ब्रेकिंग न्यूज़

बिहार बदलाव यात्रा के तहत गोपालगंज के तीन दिवसीय दौरे पर पहुंचे प्रशांत किशोर, पहले दिन चार जनसभाओं को किया संबोधित छपरा और सीवान पहुंचे तेजस्वी यादव ने शहीद जवानों को दी श्रद्धांजलि, परिजनों से हर संभव मदद का किया वादा BIHAR: मानसून में बालू खनन पर पूर्ण प्रतिबंध, सेकेंड्री लोडिंग प्वाइंट से होगी आपूर्ति बिहार में MSP पर दलहन-तेलहन खरीद के लिए नई व्यवस्था होगी लागू, बाजार मूल्य की अनिश्चितता से किसानों को मिलेगी राहत Bihar Crime News: बिहार में लूटपाट के दौरान युवक को मारी गोली, घर लौटने के दौरान बदमाशों ने बीच रास्ते में घेरा Bihar News: बिहार के इस जिले में 1000 करोड़ की लागत से सीमेंट ग्राइंडिंग इकाई की होगी स्थापना, 200 एकड़ में लगेगा उद्योग...500 लोगों को रोजगार Bihar News: बिहार में मानसून में बालू खनन पर पूर्ण प्रतिबंध, नहीं प्रभावित होगी आपूर्ति; सरकार ने की यह व्यवस्था Bihar News: बिहार में मानसून में बालू खनन पर पूर्ण प्रतिबंध, नहीं प्रभावित होगी आपूर्ति; सरकार ने की यह व्यवस्था Hot Water Bath: हर दिन गर्म पानी से नहा रहे हैं? सेहत पर पड़ सकता है ये असर; जानिए.. फायदे और नुकसान Hot Water Bath: हर दिन गर्म पानी से नहा रहे हैं? सेहत पर पड़ सकता है ये असर; जानिए.. फायदे और नुकसान

बिहारी मजदूरों ने स्टेशन पर लूटी पानी की बोतलें, सूरत से लौट रहे थे मुंगेर

1st Bihar Published by: Updated Sat, 23 May 2020 03:33:04 PM IST

बिहारी मजदूरों ने स्टेशन पर लूटी पानी की बोतलें, सूरत से लौट रहे थे मुंगेर

- फ़ोटो

PATNA : रेलवे का दावा है कि वे श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से आने वालों मजदूरों की तमाम तरह की सुख-सुविधाओं का ख्याल रख रहा है।ट्रेन से आने वाले मजदूरों के लिए भोजन-पानी की व्यवस्था की जा रही है। लेकिन कुछ ऐसी तस्वीरें सामने आ जाती है जिससे व्यवस्था की पोल खुल ही जाती है। बिहार लौट रहे प्रवासी मजदूरों का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें वे पानी की बोतले लूटते नजर आ रहे हैं।


तस्वीर दीन दयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन का है जहां सूरत से मुंगेर जा रही श्रमिक स्पेशल ट्रेन रुकी तो वहां अचानक ट्रेन में सवार यात्रियों के बीच होड़ मच गयी। ट्रेन से उतर-उतर कर लोग वहां पड़ी पानी की बोतलों को लूटने लगे। हजारों की संख्या में बड़ी बोतलों में जिसके हाथ जो लगा वो लेकर ट्रेन में सवार हो गया। ये सिलसिला काफी देर तक चलता रहा लेकिन कोई रोक-टोक करने वाला नहीं दिखा। इस दौरान रखी गयी हजारों पानी की बोतलें लूट ली गयी।


अब सवाल उठता है कि आखिर हजारों की संख्या में बोतलें क्यों रखी गयी थी। यात्रियों को ही देने के लिए रखी गयी थी या फिर ये किसी वेंडर ने रखा था और अगर रखा गया था तो फिर इसके देख-रेख की व्य़वस्था क्यों  नहीं की गयी। भई आखिर मजदूरों की इसमें क्या गलती ठहरी, वे प्यासे रहे होंगे काफी दूर से सफर कर अपने घर को जा रहे थे। रास्ते में पीने के पानी दिखी तो उठा लिया।


खैर मामला जो भी हो लेकिन इस तरह की तस्वीरें व्यवस्था पर सवाल जरूर खड़ा करती हैं क्या रेलवे का दावा झूठा है जो मजदूरों को सुरक्षित और व्यवस्थित ढ़ंग से घर पहुंचाने का दावा लगातार कर रही है। इसके अलावे भी कई ऐसी तस्वीरें लगातार सामने आती रही हैं जिसमें यात्रियों को स्टेशन पर खाना लूटते हुए पाया गया। तो क्या महज खोखले दावों के सहारे ही रेलवे अपनी पीठ थपथपा रही है और प्रवासी मजदूरों की बार-बार फजीहत हो रही है।