PATNA : बिहार के मदरसों से देखरेख के नाम पर अवैध वसूली का काम चल रहा है। बोर्ड चेयरमैन और बोर्ड सदस्य की लड़ाई में ये गंभीर मामला सामने आया है।मदरसा बोर्ड के चेयरमैन अब्दुल कय्यूम अंसारी और बोर्ड के मेंबर शमशाद साईं आमने-सामने आ गये हैं। दोनों ने ही एक दूसरे पर मदरसों के देखरेख के नाम पर अवैध वसूली का आरोप लगाया है।
बोर्ड चेयरमैन अब्दुल कय्यूम अंसारी ने बोर्ड के सदस्य शमशाद साईं पर मधुबनी के दो मदरसों के निरीक्षण के क्रम में वहां के संचालकों से अवैध वसूली का गंभीर आरोप लगाया है। चेयरमैन ने कहा है कि शमशाद को चेयरमैन की अनुमति के बिना किसी भी मदरसे की जांच का अधिकार नहीं है। शमशाद के खिलाफ इन दोनों मदरसों से से पैसे मांगने के बाबत मधुबनी को एसपी लिखित शिकायत भी दी गयी है।
चेयरमैन ने कहा कि इससे पहले भी वे गया, औरंगाबाद और नवादा के मदरसों की गैर कानूनी रुप से जांच कर चुके हैं और पैसे की उगाही कर चुके हैं। चेयरमैन ने सरकार को शमशाद की सदस्यता खत्म करने के लिए पत्र भेजा है। साथ ही शमशाद को बोर्ड की किसी बैठक में तब तक शामिल होने पर रोक लगा दी है जब तक सरकार उनके बारे में कोई फैसला नहीं लेती है।
वहीं दूसरी तरफ शमशाद ने चेयरमैन पर आरोप लगाया है कि पैसे की उगाही करना उनका काम है। वहीं कमेटी के नाम पर पैसे वसूल रहे हैं। बिना बोर्ड की सहमति के चेयरमैन ने कर्मियों की बहाली की है। इसमें पैसे लिए गये हैं। उन्होनें दावा किया कि शिक्षा विभाग ने उन्हें बोर्ड मेंबर होने की जो अधिसूचना जारी की है उसमें मदरसों के निरीक्षण कर रिपोर्ट करने का अधिकार दिया गया है।