बिहार को शर्मसार कर रहे हैं नालंदा के हैवान: कोरोना के इलाज के नाम पर सबसे ज्यादा ठगी नालंदा से, एक दर्जन ठग पकडे गये

बिहार को शर्मसार कर रहे हैं नालंदा के हैवान: कोरोना के इलाज के नाम पर सबसे ज्यादा ठगी नालंदा से, एक दर्जन ठग पकडे गये

BIHARSHARIF : पूरा देश जब कोरोना के कहर से त्राहिमाम कर रहा है तब बिहार में बैठे ठग मानवता को हैवानियत की पराकाष्ठा को पार कर गये हैं. बिहार के ठगों ने ऑक्सीजन सिलेंडर, आईसीयू. रेमडेसिविर दवा जैसी सुविधायें दिलाने के नाम पर पूरे देश में बडे पैमाने पर ठगी की है. बिहार के इन ठगों में सबसे ज्यादा संख्या नालंदा के लोगों की है. नालंदा से हो रही ठगी का आलम ये है कि दिल्ली पुलिस की एक टीम एक सप्ताह से बिहारशऱीफ में कैंप कर रही है. उसने दर्जन भर ठगों को अपनी हिरासत में लिया है.

कोरोना के नाम पर 70 फीसदी ठगी बिहार से

दिल्ली पुलिस के सूत्र बता रहे हैं कि ऐसे 900 मोबाइल नंबरों की पहचान की गयी है जिससे कोरोना पीड़ितों को मदद करने के नाम पर ठगी की जा रही है. ऐसे नंबरों को पुलिस ने ब्लॉक किया है. इन मोबाइल नंबरों के जरिये सिर्फ दिल्ली में ठगी के 372 मामले दर्ज किये जा चुके हैं. पुलिस ने अब तक 90 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है. लेकिन ठगी के ज्यादातर मामलों के तार बिहार के नालंदा औऱ आसपास के इलाकों से जुड़ते नजर आ रहे हैं. 

सिम बंगाल का, लोकेशन नालंदा का

दिल्ली पुलिस ने बताया कि ठगी में प्रयोग किये जा रहे जिन मोबाइल सिम कार्ड को ब्लॉक किया गया है उसमें से 40 फीसदी सिम कार्ड पश्चिम बंगाल से इश्यू कराये गये हैं. कुल 900 सिम ब्लॉक किया गया उसमें 359 बंगाल के हैं. हैरानी की बात देखिये बंगाल से निकाले गये सिम कार्ड का लोकेशन बिहार के नालंदा में रहता है. पुलिस के मुताबिक ठगी में प्रयोग किये जा रहे 70 प्रतिशत सिम कार्ड का लोकेशन नालंदा औऱ आसपास के इलाकों में पाया जा रहा है. कुछ सिम कार्ड का लोकेशन झारखंड के जामताडा में भी मिला है. 

एक हफ्ते से दिल्ली पुलिस नालंदा में

कोरोना के नाम पर ठगी का खुलासा करने के लिए एक सप्ताह से दिल्ली पुलिस की टीम ने नालंदा में डेरा डाल दिया है. स्थानीय पुलिस के सहयोग से दिल्ली पुलिस ने ताबड़तोड छापेमारी की है. इसमें नालंदा औऱ आस-पास के इलाकों से एक दर्ज लोग पकडे गये हैं. पुलिस ने उनके पास से 98 मोबाइल फोन बरामद किये हैं जिसका इस्तेमाल ठगी में हो रहा था. उनके 230 बैंक खातों का पता चला है जिसमें पैसे जमा कराये जा रहे थे. 

बेहद शातिर हैं नालंदा के ठग

कोरोना के इलाज के नाम पर ठगी कर रहे हैवान बेहद शातिर हैं. उन्होंने ठगी में प्रयोग किये जा रहे 175 से ज्यादा नंबरों को टूकॉलर में कोविड हेल्पलाइन के नाम पर सेव कर रखा है. यानि जिसके पास कॉल जाये या जो कॉल करे उसे लगे कि सही नंबर से मदद ली जा रही है. नालंदा में बैठकर दिल्ली के मरीजों के साथ ठगी की जा रही थी.

मास्टरमाइंड की तलाश

नालंदा में डेरा डाल कर बैठी दिल्ली पुलिस की टीम ने अब तक तीन दर्जन लोगों को उठाया है. उनमें से दो दर्जन को पूछचाछ के बाद छोड़ दिया गया. एक दर्जन ठग पुलिस की गिरफ्त में हैं. पुलिस सूत्रों की मानें तो मास्टरमाइंड की तलाश जारी है जो अभी गिरफ्त में नहीं आया है.