PATNA : उत्तर और मध्य बिहार के साथ-साथ नेपाल के तराई वाले इलाकों में लगातार हो रही बारिश ने बिहार में बाढ़ का खतरा और बढ़ा दिया है. राज्य की पांच प्रमुख नदियां अलग-अलग जगहों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं जबकि गंगा नदी के जल स्तर में भी तेजी से इजाफा हो रहा है. नेपाल के कैचमेंट एरिया में लगातार भारी बारिश जारी है जिसकी वजह से अगले कुछ दिनों में उन नदियों का जलस्तर और ऊपर जाने की आशंका है जो नेपाल से बिहार में आती है.
बिहार में गंडक, बागमती, कमला बलान, कोसी और महानंदा नदियों का जलस्तर लगातार खतरे के निशान से ऊपर है. महानंदा नदी तैयबपुर में खतरे के निशान से 10 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है जबकि कोसी नदी बलतारा में खतरे के निशान से 72 सेंटीमीटर ऊपर है. इसके अलावे कमला बलान झंझारपुर में खतरे के निशान से 147 सेंटीमीटर ऊपर है. कमला बलान का जलस्तर जयनगर में भी खतरे के निशान से 75 सेंटीमीटर ऊपर था. बागमती नदी का जलस्तर सीतामढ़ी के रुन्नीसैदपुर में खतरे के निशान से 148 सेंटीमीटर ऊपर था जबकि गंडक नदी का जलस्तर डुमरिया घाट में खतरे के निशान से 36 मीटर ऊपर था. इसके अलावे घाघरा नदी अभी खतरे के निशान से नीचे बह रही है और द्वारा समूह की नदियों का जलस्तर सोनबरसा में खतरे के निशान से फिलहाल नीचे है.
लगातार बारिश की वजह से गंगा के जलस्तर में भी इजाफा हो रहा है. पटना के साथ-साथ बक्सर में गंगा का जलस्तर से 24 घंटे में ऊपर आया है. फिर से 24 घंटे के दौरान बिहार में नदियों के प्रभाव वाले इलाकों में 50 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई है. इनमें इंद्रपुरी में 51 मिलीमीटर, बाल्मीकि नगर में 58 मिलीमीटर, डुमरिया घाट में 90 मिलीमीटर, चनपटिया में 147 मिलीमीटर, लाल बघिया घाट में 60 मिलीमीटर, बैंक ब्रिज में 130 मिलीमीटर, हायाघाट में 53 मिलीमीटर, कमतौल में 100 मिलीमीटर, झंझारपुर में 54 मिलीमीटर, बसवा में 124 मिलीमीटर और गलगलिया में 66 मिलीमीटर बारिश हुई है. मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में बताया है कि अगले 24 घंटे में इन सभी नदियों के कैचमेंट एरिया में बारिश जारी रहेगी.