Bihar Election 2025: चंपारण की सीटों पर जोरदार मुकाबला, सत्ता का गणित तय करेगी इस क्षेत्र की जनता Bihar Election 2025 : दूसरे चरण में नीतीश मिश्र और नीरज कुमार समेत 12 मंत्रियों का फैसला, कल EVM में कैद होगी किस्मत Bihar News: बिहार में JDU कार्यालय के बाहर मारपीट से मचा बवाल, कांग्रेस ने लगाए गंभीर आरोप Bihar Election 2025 : दूसरे चरण में BJP के 53 उम्मीदवारों के भाग्य का होगा फैसला, दिग्गजों ने चुनाव प्रचार में झोकी पूरी ताकत Bihar News: बिहार में इस पार्टी के लिए वोट जुटाने वाले को दबंग ने घर में घुसकर पीटा; बच्चों व महिलाओं को भी बनाया अपना शिकार Patna News: मकान की छत गिरने से एक ही परिवार के 5 लोगों की मौत, इंदिरा आवास योजना से बना था घर Bihar Weather: बिहार के तापमान में गिरावट लगातार जारी, ठंड और प्रदूषण की दोहरी मार बनी चिंता का विषय Bihar Election 2025: क्या सीमांचल की 24 सीटें बदल देंगी बिहार की सियासत, दांव पर है नीतीश के मंत्री की किस्मत? Bihar Election 2025: कौन आएगा सत्ता में और किसकी पता होगा साफ? दूसरे चरण के मतदान से तय होगी बिहार की सियासत, जानें क्या हैं चुनावी समीकरण श्रेयसी सिंह के लिए जमुई में 10 किमी लंबा रोड शो, स्मृति ईरानी और अश्विनी चौबे रहे मौजूद
1st Bihar Published by: Updated Thu, 23 Sep 2021 01:05:00 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार में सभी जिलों के एसपी और वरीय पुलिस अधिकारियों द्वारा गंभीर कांडों के घटित होने पर भी घटनास्थल पर नहीं पहुंचे जाने के मामले पर पुलिस मुख्यालय सख्त हो गया है. हाल ही में पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों द्वारा सभी जिलों के एसपी, डीआईजी और आईजी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की गई थी जिसमें सभी जिलों के वरीय पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि गंभीर कांड घटित होने पर न सिर्फ जिलों के एसएसपी-एसपी, बल्कि डीआईजी और आईजी भी घटनास्थल पर जायेंगे.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में पुलिस मुख्यालय से एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) विनय कुमार, एडीजी (मुख्यालय) जेएस गंगवार और आईजी (मुख्यालय) राकेश राठी सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे. एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) विनय कुमार ने सभी जिलों के एसएसपी-एसपी के साथ ही रेंज के आईजी और डीआईजी को यह निर्देश दिया कि गंभीर कांड घटित होने पर जिलों के एसपी घटनास्थल पर जरूर जायें.
उन्होंने कहा कि जरूरत होने पर आईजी और डीआईजी भी जायें. घटनास्थल पर वरीय अधिकारी अपने अधीनस्थ एसडीपीओ और थानाध्यक्ष को जरूरी निर्देश देंगे, जिससे कांड के अनुसंधान में काफी सहायता मिल सकती है. घटनास्थल पर जाने से वरीय अधिकारी को कांड के बारे में बारीक जानकारी होगी, जिससे वे आगे कांड के आईओ को निर्देशित कर बेतहर कार्य करा सकेंगे.