PATNA : बिहार में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामलों को देखते हुए पटना के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में संक्रमित मरीजों के इलाज की व्यवस्था की गई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आईजीआईएमएस में 50 बेड के आईसीयू का उद्घाटन किया है. यहां सिर्फ कोरोना मरीजों का इलाज होगा. अस्पताल के अन्य मरीजों का यहां न तो आना जाना होगा और न ही कोई रास्ता होगा.
गुरुवार को पटना के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में 50 बेड के आईसीयू के उद्घाटन से पहले सीएम नीतीश ने कोरोना वैक्सीन का दूसरा डोज भी लिया. इस दौरान सीएम के साथ दोनों डिप्टी सीएम ने भी कोरोना की वैक्सीन ली. वैक्सीनेशन के बाद सीएम ने आईसीयू का उद्घाटन किया. बताया जा रहा है कि इस आईसीयू में सिर्फ कोरोना संक्रमण के गंभीर मरीज भर्ती होंगे. यह वैसे मरीज होंगे, जिन्हें बेड के अभाव में पीएमसीएच, एनएमसीएच और एम्स से रेफर किया गया होगा. ये सभी अति गंभीर श्रेणी के मरीज होंगे.
इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के अधिक्षक मनीष मंडल ने इसपर ख़ुशी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि इसकी व्यवस्था हो जाने के बाद अस्पताल में कोरोना मरीजों का इलाज और भी बेहतर ढंग से संभव हो पायेगा. जानकारी मिली है कि इसके लिए आईजीआईएमएस प्रशासन की ओर से तैयारी की जा रही है. गंभीर मरीजों की भर्ती के लिए यहां 30 आइसीयू और 15 एचडीयू सुरक्षित किए जा रहे हैं. इन बेडों पर केवल कोविड के गंभीर मरीज ही भर्ती रहेंगे.
कोरोना की दूसरी डोज लेने के बाद सीएम नीतीश ने कहा कि लोग कोरोना की जांच कराएं और जो पैमाने पर फिट बैठते हैं वे वैक्सीन भी जरूर लगवाएं. उन्होंने कहा कि कोरोना की स्थिति पर सरकार की नजर है. इसको लेकर 17 अप्रैल को राज्यपाल की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक बुलाई है.