नालंदा में कूड़ा-कचरा वाले ठेले से लाश ढोने पर बड़ी कार्रवाई, वार्ड पार्षद और जमादार समेत 6 पर FIR, दो सस्पेंड

नालंदा में कूड़ा-कचरा वाले ठेले से लाश ढोने पर बड़ी कार्रवाई, वार्ड पार्षद और जमादार समेत 6 पर FIR, दो सस्पेंड

NALANDA : इस वक्त एक बड़ी खबर नालंदा जिले से सामने आ रही है. फर्स्ट बिहार की खबर का बड़ा असर हुआ है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में कूड़ा-कचरा ढोने वाले ठेले पर कोरोना से मरे शख्स की लाश ढोने वाले मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है. जिला प्रशासन ने इस मामले में वार्ड पार्षद और जमादार समेत आधा दर्जन लोगों पर एफआईआर किया है. जबकि दो कर्मचारियों को तत्काल निलंबित भी कर दिया गया है.


नालंदा के उपनगर आयुक्त जयेश कुमार सिन्हा ने इस मामले की जांच की थी. जांच रिपोर्ट में दोषी पाए गए वार्ड पार्षद, वार्ड जमादार और 4 सफाईकर्मी के विरुद्ध सोहसराय थाना में मामला दर्ज कराया गया है. इसके अलावा निगम के दो कर्मी को तत्काल प्रभाव से निलंबित भी कर दिया गया है. दरअसल सीएम नीतीश के गृह जिले से मानवता को शर्मसार कर देने वाली एक घटना सामने आई थी. 



क्या है पूरा मामला 
इस घटना का वीडियो भी सामने आया, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. बताया जा रहा है कि यह वीडियो सीएम नीतीश के गृह जिले नालंदा के मुख्यालय का है. बिहार शरीफ की इस घटना ने सबको विचलित कर दिया था. इस घटना के पीछे जो कहानी निकल कर सामने आई, वो और भी ज्यादा हैरान करने वाली थी. बताया जा रहा है कि वार्ड संख्या 8 के वार्ड पार्षद सुशील कुमार उर्फ मिट्ठू ने अंत्योष्टि के 16 हजार 500 रुपये पचा लिया. जिसके कारण इसकी डेड बॉडी को कूड़ा-कचरा ढोने वाले ठेले पर लादकर शमशान घाट ले जाया गया.


गौरतलब हो कि बिहार सरकार ने एलान किया है कि अगर किसी व्यक्ति की मौत कोरोना से होती है तो सरकार उसकी अंत्योष्टि के लिए पैसे देगी. बिहार सरकार की ओर से ही उसके अंतिम संस्कार का पूरा खर्च उठाया जायेगा. सरकार ने नीतीश कैबिनेट की बैठक में यह निर्णय लिया था लेकिन इसका पोल सीएम के गृह जिले में खुल रहा है. इस घटना को लेकर जलालपुर सेवा समिति के सदस्यों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लेकर नालंदा के डीएम को पत्र भेजकर मामले की जांच कराने की मांग की थी. साथ ही नाजायज वसूली गई राशि और सरकारी सहायता को मृतक की पत्नी और मां को देने की मांग की थी.


दरअसल जलालपुर मोहल्ले के मनोज कुमार की मौत कोरोना से हो गई थी. उसके बाद मोहल्ले वासियों ने वार्ड पार्षद को बुलाया वार्ड पार्षद ने बताया कि नगर निगम ने कमेटी का गठन किया है.  उसमें निर्णय लिया है कि किसी की भी मौत होती है तो उसे उठाने के लिए 22 हजार नगर निगम लेगा, जब लोगों ने अनुरोध किया तब जाकर वार्ड पार्षद सुशील कुमार उर्फ मिठू ने 16 हजार 500 शव उठाने के एवज में ले लिया और कूड़ा ढूंढने वाले नगर निगम के ठेले पर दो सफाई कर्मी के साथ शव को शमशान भेज दिया.