MUZAFFARPUR : बिहार के मुजफ्फरपुर में एक हैवान बेटे ने इंसानियत को तार-तार कर दिया. मुजफ्फरपुर सदर अस्पताल में एक बुजुर्ग व्यक्ति को उसका बेटा छोड़ कर भाग खडा हुआ. जमीन पर पड़ा बाप तड़प रहा था, बूढ़ी मां मदद के लिए चीख चिल्ली रही थी. लेकिन कोई सुनने वाला नहीं था. सरकारी सिस्टम भी तब हरकत में आया जब वहां पहुंची मीडिया की टीम ने अधिकारियों से सवाल पूछना शुरू किया.
बेटे ने इंसानियत को शर्मसार किया
ये दर्दनाक वाकया मुजफ्फरपुर के दामुचक में रहने वाले बुजुर्ग अर्जुन ओझा के साथ हुआ. अर्जुन ओझा अपने घर में पत्नी औऱ बहू-बेटे के साथ रहते हैं. दो दिन से तबीयत खराब थी. बेटे से बहुत आरजू मिन्नत की तो वह उन्हें लेकर रविवार को सदर अस्पताल पहुंचा. साथ में अर्जुन ओझा की पत्नी भी थीं.
अस्तपाल के गेट से ही फरार हो गया बेटा
अर्जुन ओझा के बेटे ने अपने पिता औऱ मां को सदर अस्पताल के गेट पर छोड़ा औऱ फिर वहां से फरार हो गया. बुजुर्ग दंपत्ति सदर अस्पताल में इलाज के लिए काफी देर तक भटकते रहे. लेकिन कोई सुनने वाला नहीं था. मुजफ्फरपुर सदर अस्पताल में कोई कर्मचारी या डॉक्टर उनकी तरफ देखने तक को तैयार नहीं था.
जमीन पर गिर कर तड़पते रहे बुजुर्ग
सर्दी-खांसी औऱ बुखार से परेशान अर्जुन ओझा घंटों भटकने के बाद पस्त होकर जमीन पर गिर पड़े. वे जमीन पर गिर कर तड़पते रहे. उनकी लाचार पत्नी चीखती-चिल्लाती रही लेकिन उनकी मदद करने नहीं आया. बगल में एंबुलेंस लगा था लेकिन उसमें से भी कोई निकल कर उन्हें देखने तक नहीं आया.
वीडियो वायरल होने के बाद नींद टूटी
इस बीच किसी ने इस वाकये का वीडियो बना लिया औऱ मीडिया के पास पहुंचाया. तब मीडिया की टीम वहां पहुंची औऱ सरकारी अधिकारियों से सवाल जवाब करना शुरू कर दिया. तब जाकर सदर अस्पताल प्रशासन हरकत में आया. बुजुर्ग मरीज को उठाया गया औऱ उन्हें एंबुलेंस से वापस घर भेज दिया गया.
अर्जुन ओझा की पत्नी शांति देवी ने बताया कि उन लोगों ने अपने बेटे को पढ़ा लिखा कर हाई स्कूल में टीचर बनवाया. लेकिन बेटा इंसान नहीं निकला. पहले से ही वह मां बाप की देखभाल नहीं करता था. आज हॉस्पीटल में छोड़ कर भाग गया. शांति देवी ने बताया कि उनके पति को बुखार औऱ सर्दी खांसी थी जो ठीक हो गया है. लेकिन अभी भी बहुत कमजोरी है. उन्होंने इसका ही इलाज कराने के लिए अपने बेटे को कहा था.