बिहार: विधायक को आक्रोशित लोगों ने दी जमकर गाली, संकट में मदद नहीं करने पर भारी बवाल

 बिहार: विधायक को आक्रोशित लोगों ने दी जमकर गाली, संकट में मदद नहीं करने पर भारी बवाल

PATNA : लगातार हो रही बारिश से समूचा उत्तर बिहार पानी-पानी हो गया है. बारिश के बाद अब बाढ़ ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है. राज्य के अलग-अलग जगहों से ऐसे ही तस्वीरें आ रही हैं जिसे देखने के बाद रौंगटे खड़े हो जा रहे हैं. मोतिहारी में बाढ़ का कहर तेज हो गया है. दस ब्लॉक बाढ़ से प्रभावित हैं. बाढ़ प्रभावित गांवों में अब तक राहत कार्य शुरू नहीं किया गया है, जिस वजह से बाढ़ पीड़ितों में आक्रोश है. लचर व्यवस्था से नाराज लोग अफसरों और जनप्रतिनिधियों को जमकर बुरा भला कह रहे हैं. 


पूर्वी चंपारण जिला के मोतिहारी में कई गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. मोतिहारी के सुगौली के थाना समेत स्टाफ क्वार्टर में बाढ़ का पानी घुस गया है. जिसके बाद पुलिसकर्मियों को एक प्राइवेट स्कूल में शरण लेनी पड़ी और वहीं से थाना चलाया जा रहा है. उधर सुगौली रेलवे स्टेशन के एक नंबर रेल ट्रैक पर पानी चढ़ने से ट्रेन परिचालन बंद कर दिया गया है. तीन और चार नंबर ट्रैक पर भी पानी चढ़ रहा है. दो नंबर ट्रैक से परिचालन शुरू है.


सुगौली-रक्सौल मुख्य पथ को रविवार की शाम सुगौली प्रखंड के शुकुल पाकड़ पंचायत के चिलझपटी के समीप जाम कर दिया. बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में नाव का परिचालन नहीं होने को लेकर ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया. इस दौरान आरजेडी विधायक इंजीनियर शशि भूषण सिंह देखकर ग्रामीण भड़क गए. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर लौट रहे विधायक को ग्रामीणों गालियां दी. ग्रामीणों के विरोध के बीच विधायक के अंगरक्षकों ने उन्हें भीड़ से सुरक्षित निकाला और गाड़ी में बैठाकर मोतिहारी की ओर लेकर निकले. 



आपको बता दें कि बंजरिया ब्लॉक के दर्जनों गांवों में बाढ़ कहर बरपा रही है. आवागमन ठप है. फेनहरा ब्लॉक के शेखपुरवा पकड़ी दयाल मुख्य मार्ग पर बाढ़ का पानी चढ़ गया है. चिरैया ब्लॉक के आधा दर्जन गांव बाढ़ से घिर गए हैं. ढाका ब्लॉक में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. केसरिया प्रखंड के आधा दर्जन गांव बाढ़ से घिरे हैं. तुरकौलिया ब्लॉक के कई गांवों के निचले इलाके में बाढ़ का पानी फैल रहा है. अरेराज के आधा दर्जन गांव भी बाढ़ से घिर गए हैं, जिससे आवागमन ठप है. 



पताही ब्लॉक में तीन दिनों से बाढ़ का कहर जारी है। डुमरिया घाट में गंडक व लाल बकेया गुवाबारी में बूढ़ी गंडक नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. लाल बेगीया सिकरहना और अहिरौलिया में बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. गंडक बराज वाल्मीकि नगर ने रविवार को 2,27,000 क्यूसेक पानी छोड़ा है. 


ग्रामीणों का कहना है कि बाढ़ की वजह से सड़कें ध्वस्त हो गई हैं. चारों तरफ पानी ही पानी है. गांव से बाहर जाने के लिए कोई साधन उपलब्ध नहीं है. जीने के लिए जरूरी सामानों की काफी दिक्कत हो गई है. लोग घर से बाहर नहीं जा पा रहे हैं. स्थानीय प्रशासन से नाव की मांग की गई थी. लेकिन अब तक नाव नहीं मिला. जबकि पिछले साल आने-जाने के लिए नाव उपलब्ध कराई गई थी.