बिहार के लोगों की समस्या नहीं सुननी चाहती सरकार, विजय सिन्हा बोले ... सदन में लोकतंत्र की मर्यादा हो रही धूमिल

बिहार के लोगों की समस्या नहीं सुननी चाहती सरकार, विजय सिन्हा बोले ... सदन में लोकतंत्र की मर्यादा हो रही धूमिल

PATNA : बिहार विधानसभा बजट सत्र का आज आज चौथा दिन है। आज के दिन की शुरुआत के साथ ही बीजेपी काफी हमलावर रही। विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। भाजपा के नेता के तरफ से विधानसभा के वेल में पहुंच कर हंगामा किया गया है। इतना ही नहीं एक बार फिर से भाजपा के तरफ से विरोध जताते हुए रिपोटिंग टेबल पलट दिया गया है ओर कुर्सियां फेंकी गई है। इसके बाद भाजपा के विधायक सदन से वॉक आउट कर दिया।  जिसके बाद सदन के बहार आकर नेता विपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने नीतीश - तेजस्वी सरकार पर जोरदार हमला बोला है। 


विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि,तमिलनाडु के अंदर जिस तरह बिहारी लोगों के साथ बर्बरता पूर्वक पिटाई की गई है वह दुर्भाग्यपूर्ण है। लेकिन इसके बावजूद बिहार का मुख्यमंत्री इस पर चुप्पी साधे हुए हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि संसदीय कार्य मंत्री और उप मुख्यमंत्री दोनों सदन के अंदर आए तक नहीं। इसको लेकर जब हम लोगों ने सदन में जवाब मांगा तो कोई जवाब देने को तैयार भी नहीं है।


इसके अलावा विजय सिन्हा ने कहा कि जब हम लोग इसका जवाब लेने के लिए आसन पर बैठे स्पीकर से आग्रह कर रहे हैं लेकिन वह सदन को ऑर्डर में लिए बिना जबरदस्ती सदन चलाने का नाटक कर रहे हैं लोकतंत्र की मर्यादा को धूमिल कर रहे हैं। हम लोग आज बेरोजगारी के मसले को लेकर कार्य स्थगन प्रस्ताव में लाए थे लेकिन सरकार में बैठे लोग सुनने को तैयार नहीं होते हैं।


मालूम हो कि, तमिलनाडु में बिहार के लोगों के साथ मारपीट की घटनाएं हो रही है। स्थानीय लोगों के भय से बिहार के लोग कारखाना में काम करने नहीं जा रहे हैं। इसमें अधिकांश मजदूर हैं। वे अब तमिलनाडु छोड़ गांव आना चाहते हैं, लेकिन ट्रेनों में टिकट नहीं मिलने से कमरे में कैद होकर रह रहे हैं।वहीं इस मामले पर अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भी प्रतिक्रिया आई है। सीएम ने गुरुवार को ट्वीट के जरिए जानकारी दी है कि बिहार के मुख्य सचिव व डीजीपी को तमिलनाडु सरकार के अधिकारियों से बात करने का निर्देश दिया गया है। 


आपको बताते चलें कि, तमिलनाडु में हिंदीभाषी मजदूरों पर हमले किये जा रहे हैं। चुन-चुन कर बिहार समेत हिंदीभाषी मजदूरों पर चाकू व कुल्हाड़ी से स्थानीय लोग वार कर रहे हैं। सप्ताहभर पहले त्रिपुर से शुरू हुई हिंसा राजधानी चेन्नई तक पहुंच गई है। नवादा से वहां काम करने गए लोगों के अनुसार, अब तक हमले में दो लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 50 से ज्यादा लोगों के घायल होने की सूचना है। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो पा रही है। पीड़ितों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से सुरक्षा की गुहार लगाई है।