बिग ब्रेकिंग : बिहार के कांग्रेसी विधायकों के साथ राहुल गांधी की बैठक, पार्टी में टूट की खबर के बाद चल रहा मंथन

बिग ब्रेकिंग : बिहार के कांग्रेसी विधायकों के साथ राहुल गांधी की बैठक, पार्टी में टूट की खबर के बाद चल रहा मंथन

DELHI : बिहार कांग्रेस के विधायक, सांसदों, राज्य सभा सदस्यों सहित 36 नेताओं को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मिलने के लिए दिल्ली बुलाया है. सभी दिल्ली पहुंच गए हैं और आज उनकी मुलाकात राहुल गांधी से हो रही है. बता दें कि सियासी गलियारे में ये चर्चा गर्म है कि नीतीश कुमार ऑपरेशन कांग्रेस में लगे हैं. नीतीश के दूत कांग्रेसी विधायकों पर डोरा डाल रहे हैं. खबर दिल्ली तक पहुंची औऱ डैमेज को रोकने के लिए कांग्रेस आलाकमान एक्शन में आया. राहुल गांधी से मिलने बिहार में कांग्रेस के 19 विधायक, 3 विधान पार्षद और दो सांसद दिल्ली पहुंच गए हैं.


बिहार कांग्रेस के सभी 19 विधायक, तीन विधान पार्षद और दो सांसद दिल्ली पहुंच गए हैं. विधायकों के साथ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, विधानमंडल दल के नेता अजीत शर्मा भी दिल्ली पहुंचे हैं. बिहार के इन नेताओं की मुलाकात पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से हो रही है. 


कांग्रेस के सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी ने कांग्रेस के सारे विधायकों को दिल्ली बुलाया है. वे कांग्रेसी विधायकों से बात कर उनकी समस्या सुनेंगे. इससे पहले राहुल गांधी ने बिहार कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरण दास से मुलाकात की थी. इसमें बिहार को लेकर लंबी चर्चा हुई. दोनों नेताओं के बीच बातचीत के बाद ये तय किया गया कि सारे विधायकों को दिल्ली बुलाया जाये, जहां राहुल गांधी खुद उनसे बात करें.


बताया जा रहा है कि राहुल गांधी बिहार के नेताओं से एक-एक कर अकेले में मिलेंगे और फिर सामूहिक रूप से भी मुलाकात करेंगे. इस बैठक से प्रदेश प्रभारी अपनी छवि को और बेहतर बनाने की कोशिश करेंगे. इधर, बिहार में पार्टी नेतृत्व के कई दावेदार हैं. राहुल गांधी से मिलने के बाद बिहार के ऐसे दावेदार अपनी बात भी सामने रखेंगे.


नीतीश के ऑपरेशन कांग्रेस से खलबली
दरअसल मामला नीतीश कुमार के ऑपरेशन कांग्रेस से जुड़ा हुआ है. कांग्रेस आलाकमान को भनक मिली है कि नीतीश कुमार ने अपने दूतों के जरिये कांग्रेसी विधायकों पर डोरा डालने का सिलसिला तेज कर दिया है. पिछले तीन-चार दिनों में कांग्रेस के पांच विधायकों की बातचीत नीतीश कुमार के दूत से हुई है. जेडीयू के एक सांसद के अलावा एक मंत्री इसमें लगे हुए हैं. 


जानकारों के मुताबिक नीतीश कुमार की सरकार के पास बहुमत बेहद कम है. सत्तारूढ गठबंधन के आधा दर्जन विधायक भी पाला बदल लें तो नीतीश काफी परेशानी में पड़ जायेंगे. लिहाजा जेडीयू ने कोशिशें तेज की है. उसे लग रहा है कि कांग्रेस को तोड़ा जा सकता है. बिहार में कांग्रेस के 19 विधायक हैं. दलबदल कानून के तहत कांग्रेस को तोड़ने के लिए 13 विधायक चाहिये. अगर 13 विधायक नीतीश के साथ आ जायें तो फिर नीतीश कुमार को कुर्सी जाने का डर नहीं सतायेगा. लिहाजा कांग्रेसी विधायकों पर डोरा डालने की कवायद तेज हुई है.