बिहार : कुंवारी शिक्षिका ने टीचर डे के एक दिन बाद की आत्महत्या, 2014 में ही लगी थी सरकारी नौकरी

बिहार : कुंवारी शिक्षिका ने टीचर डे के एक दिन बाद की आत्महत्या, 2014 में ही लगी थी सरकारी नौकरी

BEGUSARAI : बिहार के बेगूसराय जिले में टीचर डे के एक दिन बाद एक अविवाहित शिक्षिका ने फंदे से लटक कर आत्महत्या कर ली है. इस घटना के बाद इलाके में सनसनी फ़ैल गई है. मौत की खबर मिलते ही घरवालों के बीच कोहराम मच गया है. पुलिस इस मामले की छानबीन में जुटी हुई है.


मामला बेगूसराय जिले के नगर थाना क्षेत्र की है. यहां हर्रख गांव स्थित वार्ड नंबर 12 में एक कुंवारी शिक्षिका ने सुसाइड कर लिया है. गले में फंदा लगाकर अविवाहिता ने अपनी जान दी है. शिक्षिका की पहचान बरौनी थाना क्षेत्र के पिपड़ा देवस के रहने वाले भरत भूषण प्रसाद की लगभग 30 वर्षीय बेटी नेहा कुमारी के रूप में की गई है. भरत भूषण प्रसाद झाड़खंड के रांची में अपने व्यवसायी पिता के साथ सपरिवार रहते हैं. 


बताया जाता है कि नेहा कुमारी साल 2014 में शिक्षक पद पर नियुक्ति हुई थी. तभी से नेता बेगूसराय के हर्रख गांव स्थित वार्ड नंबर 12 में किराए के एक मकान में रहती थी और मध्य विद्यालय हर्रख में शिक्षिका के रूप में पढ़ाती थी. नेहा के परिजनों ने बताया कि किराए के मकान में अकेले ही रहा करती थी और सोमवार की रात से ही शिक्षिका नेहा के मोबाइल पर सम्पर्क करने के लिए फोन किया जा रहा था. लेकिन उसने एक बार भी मोबाइल रिसीव नहीं की. 


किसी अनहोनी की आशंका से भयभीत होकर घर वालों ने अपने रिश्तेदार को फोन कर इस बात की जानकारी दी. आनन-फानन रिश्तेदारों ने जब किराए के मकान में पहुंचा तो कमरा अंदर से बंद मिला. इसकी सूचना लोगों ने नगर थाने पुलिस को दी. मौके पर जब नगर थाने की पुलिस पहुंचकर दरवाजा तोड़ा  तो शिक्षिका नेहा कुमारी छत में लगे लोहे की हुक में फंदे से लटका हुआ मृत अवस्था में मिली. 


फिलहाल नगर थाने के पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बेगूसराय सदर अस्पताल भेज दिया और आगे की कार्रवाई में जुट गई है. शिक्षिका की मौत के कारणों का स्पष्ट खुलासा नहीं हो पाया है. नगर थाने की पुलिस हत्या और आत्महत्या सहित अन्य बिंदुओं पर गौर करते हुए गंभीरता पूर्वक जांच में जुट गई है.