ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Voter List Revision: बिहार में वोटर लिस्ट पुनरीक्षण का काम अंतिम चरण में, अब तक 98% मतदाता कवर; EC का दावा Bihar Voter List Revision: बिहार में वोटर लिस्ट पुनरीक्षण का काम अंतिम चरण में, अब तक 98% मतदाता कवर; EC का दावा Bihar News: स्वतंत्रता सेनानी रामधारी सिंह उर्फ जगमोहन सिंह का निधन, देश की आजादी में निभाई थी अहम भूमिका Bihar News: बिहार की सरकारी वेबसाइटों का होगा साइबर ऑडिट, आर्थिक अपराध इकाई ने बनाया बड़ा प्लान Bihar News: बिहार की सरकारी वेबसाइटों का होगा साइबर ऑडिट, आर्थिक अपराध इकाई ने बनाया बड़ा प्लान Bihar Crime News: बिहार में घरेलू कलह ने लिया हिंसक रूप, दांतों से पति की जीभ काटकर निगल गई पत्नी Bihar Crime News: बिहार में घरेलू कलह ने लिया हिंसक रूप, दांतों से पति की जीभ काटकर निगल गई पत्नी Bihar Transport: फिटनेस का फुल स्पीड खेल ! बिहार के ऑटोमेटेड फिटनेस सेंटर 'प्रमाण पत्र' जारी करने में देश भर में बना रहे रिकॉर्ड, गाड़ियों की जांच के नाम पर 'फोटो फ्रॉड इंडस्ट्री' ? Bihar Politics: SIR के मुद्दे पर तेजस्वी के साथ खडे हुए JDU सांसद, निर्वाचन आयोग के फैसले को बताया तुगलकी फरमान Bihar Politics: SIR के मुद्दे पर तेजस्वी के साथ खडे हुए JDU सांसद, निर्वाचन आयोग के फैसले को बताया तुगलकी फरमान

बिहार: जमानत कराने पहुंचे अधिकवक्ता को ही पुलिस ने किया गिरफ्तार, फर्जी जमानत का कागजात लेकर पहुंचे थे थाना...

1st Bihar Published by: Sonty Sonam Updated Tue, 03 May 2022 11:12:15 AM IST

बिहार: जमानत कराने पहुंचे अधिकवक्ता को ही पुलिस ने किया गिरफ्तार, फर्जी जमानत का कागजात लेकर पहुंचे थे थाना...

- फ़ोटो

BANKA: इस वक़्त बांका से एक हैरान कर देने वाला वाक्या सामने आया है। जहां जमानत कराने पहुंचे अधिकवक्ता को ही पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। यह मामला बांका जिला के टाउन थाना का है। अधिवक्ता अपने मोकील का जमानत कराने थाना पहुंचा था, इसके बाद पुलिस उसे ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। 


दरअसल, बीते 1 मई को पुलिस के विशेष छापेमारी अभियान में बांका थाना क्षेत्र के चोराकोल गांव निवासी इन्द्रदेव दर्वे उर्फ इन्द्रदेव यादव बालू घाट में जानलेवा हमला करने के आरोप में जेल में है। जिसे छूडवाने के लिए उनके अधिवक्ता विकास साह अपने सहयोगी पंचू यादव के साथ फर्जी जमानत का कागजात बनकर छूडवाने पहुंच गए थे। इसके बाद पुलिस को बताया कि न्यायलय ने उनके मोकील को जमानत पर रिहा कर दिया है। लेकिन पुलिस को जमानत के कागजात पर शक हुआ। जिसके बाद पुलिस अधिकारी इसकी जांच करने न्यायलय पहुंची। जांच के दौरान यह पता चला कि अधिकवत्ता के दिखाए गए जमानत के पेपर फर्जी है। 


इसके बाद पुलिस ने दोनों पर फर्जीवाड़ा का केस दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया और जेल भेज दिया। वहीं, थानाध्यक्ष शंभू यादव ने बताया कि अधिवक्ता अपने सहयोगी के साथ फर्जी काजगत बनकर आरोपी को छूडवाने आया था। सच सामने आने के बाद दोनों को जेल भेज दिया गया है।