बिहार इंटर परीक्षा में जूता पहन कर आये छात्र तो शिक्षकों का वेतन रूक गया, मफलर-टोपी के लिए भी टीचरों को जमकर लगी फटकार

बिहार इंटर परीक्षा में जूता पहन कर आये छात्र तो शिक्षकों का वेतन रूक गया, मफलर-टोपी के लिए भी टीचरों को जमकर लगी फटकार

GAYA : सोमवार से शुरू हुई इंटर परीक्षा में दो छात्रों के जूता पहनने का खामियाजा दो शिक्षकों के साथ परीक्षा केंद्र के अधीक्षक को भुगतना पड़ गया. इन छात्रों ने कोई कदाचार नहीं किया था लेकिन उनके जूते को शिक्षकों और केंद्राधीक्षक का अपराध माना गया. गया के जिलाधिकारी ने तीनों का वेतन रोकने और उनके खिलाफ रिपोर्ट करने का आदेश दे दिया है.


गया में हुआ वाकया
दरअसल गया के 59 केंद्रों पर इंटर की परीक्षा हो रही है. DM अभिषेक सिंह आज परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण करने निकले. गया के टी. मॉडल इंटर विद्यालय में निरीक्षण के दौरान कमरा संख्या-4 में उन्होंने दो परीक्षार्थियों को जूता पहन कर परीक्षा देते देख लिया. सबसे पहले परीक्षार्थियों का जूता उतरवा कर चेकिंग की गयी. कोई चीट पुर्जा नहीं मिला लेकिन डीएम साहब हत्थे से उखड गये. उन्होंने उस कमरे में तैनात दो टीचरों का वेतन रोकने का आदेश जारी कर दिया. ऐसा ही आदेश उस परीक्षा केंद्र के अधीक्षक भोला सिंह के बारे में भी दिया गया. डीएम ने शिक्षकों और केंद्र के अधीक्षक के खिलाफ बिहार विद्यालय परीक्षा समिति में रिपोर्ट करने का भी निर्देश दिया है. 


मफलर-टोपी पर भी फटकारे गये शिक्षक
गया के टी. मॉडल इंटर स्कूल के एक दूसरे कमरे में एक परीक्षार्थी मफलर टोपी पहन कर परीक्षा दे रहा था. डीएम साहब उस पर भी हत्थे से उखड़ गये. उस परीक्षार्थी की भी चेकिंग की गयी लेकिन कुछ नहीं निकला. उसके बाद डीएम ने कमरे में मौजूद शिक्षक को जमकर फटकार लगायी. डीएम साहब ने परीक्षा केंद्र पर तैनात मजिस्ट्रेट को भी लापरवाह करार देते हुए उनसे स्पष्टीकरण मांगा.


परीक्षा में जूते-माेजे पर है रोक
गौरतलब है कि बिहार इंटर  की परीक्षा आज से शुरू हुई है. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने परीक्षा में जूता-मौजा पहन कर आने पर रोक लगा रखी है. ठंढ का मौसम है लेकिन इसके बावजूद मफलर और टोपी पर भी रोक लगा दी गयी है.