PATNA : बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के लिए आए आयोग की केंद्रीय टीम ने लगातार हर स्तर पर तैयारियों की जानकारी ली है। भारत निर्वाचन आयोग की उच्चस्तरीय टीम ने विधानसभा चुनाव की तैयारियों की जो समीक्षा की है उससे यह संकेत निकल कर सामने आ रहा है कि इस बार के विधानसभा चुनाव कम चरणों में संपन्न कराए जा सकते हैं। मंगलवार को आयोग की उच्चस्तरीय टीम ने 19 जिलों के जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी और जिला पुलिस अधीक्षकों के साथ बैठक की। भागलपुर और बोधगया में समीक्षा बैठकों के बाद आयोग की केंद्रीय टीम ने पटना लौटकर मुख्य सचिवालय में बिहार के आला अधिकारियों के साथ भी मीटिंग की। मीटिंग में बिहार के मुख्य सचिव दीपक कुमार के अलावा अन्य विभागों के प्रधान सचिव और सचिव मौजूद रहे।
बैठक के बाद मिली खबरों के मुताबिक आयोग ने अब तक चुनाव से जुड़ी तैयारियों को लेकर संतोष जाहिर किया है। आयोग के अधिकारियों ने कहा है कि कोरोना संक्रमण की चुनौतियों के बीच प्रशासन की चुनावी तैयारियां बेहतर हैं। इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत भी शामिल हुए। उन्होंने राज्य सरकार की तरफ से चुनाव को लेकर मास्क, सैनिटाइजर और मतदानकर्मियों के लिए आवश्यक किट बके इंतजाम के बारे में भी जानकारी दी। हालांकि आयोग ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि इस बार के विधानसभा चुनाव के लिए पहले से ज्यादा मतदान कर्मियों की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। बैठक में बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव और वित्त विभाग के प्रधान सचिव एस सिद्धार्थ, बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एचआर श्रीनिवास भी शामिल हुए।
आयोग में अधिकारियों को स्पष्ट तौर पर का कोरोना काल के कारण जारी गाइडलाइन का पालन किया जाए किसी भी परिस्थिति में चुनावी बैठकों के दौरान 100 से ज्यादा लोगों की मौजूदगी ना हो सुनिश्चित किया जाए आयोग पहले ही कह चुका है कि हर हाल में बिहार के विधानसभा चुनाव 29 नवंबर के पहले संपन्न में कराए जाएंगे लेकिन जानकारों का मानना है कि आयोग 5 या 6 चरणों की बजाय अब वोटिंग को 3 या 2 चरणों में संपन्न करा सकता है।