PATNA : कोराना संकट को लेकर बिहार में विधानसभा चुनाव के टलने की सारी अटकलबाजियों पर चुनाव आयोग ने पानी फेर दिया है. चुनाव आयोग ने बिहार में वोटिंग के लिए आधुनिक ईवीएम मशीन लगाने का फैसला लिया है. बिहार के हर जिले को देश के तीन राज्यों से M-3 मॉडल का ईवीएम मशीन मंगवा लेने का निर्देश दिया गया है. चुनाव आयोग के निर्देश के बाद सभी जिलों में नये ईवीएम मशीन मंगवाने की तैयारी शुरू हो गयी है.
दरअसल चुनाव आयोग ने तय किया है कि बिहार में इस बार के विधानसभा चुनाव नए ईवीएम से कराया जाएगा. इस नए ईवीएम का नाम एम-3 है. बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवास ने सभी जिलों के जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी को इस नए ईवीएम से ही चुनाव कराये जाने का निर्देश दिया है.
तीन राज्यों से नये ईवीएम मशीन मंगवाने का निर्देश
चुनाव आयोग ने बिहार में चुनाव के लिए तीन राज्यों से नये मॉडल के ईवीएम मशीन मंगवाने का निर्देश दिया है. बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के मुताबिक उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश और आंध्रप्रदेश से बिहार में नए ईवीएम मंगवाये जाएंगे. इन राज्यों में पिछले दो-तीन सालों में विधानसभा चुनाव हुए हैं और वहां नए मॉडल के इवीएम प्रयोग में लाये गये थे. चुनाव आयोग के निर्देश के बाद बिहार के कई जिलों में दूसरे राज्यों से ईवीएम मंगवाने की व्यवस्था की जाने लगी है. जिलाधिकारियों ने ईवीएम मंगवाने के लिए मजिस्ट्रेट और पुलिस फोर्स को तैनात करना शुरू कर दिया है.
आधुनिक है नये मॉडल का ईवीएम
चुनाव आयोग के अधिकारियों के मुताबिक नया एम-3 मॉडल का ईवीएम पहले के मॉडल 2 इवीएम से थोड़ा एडवांस है. वैसे बिहार में पिछले विधानसभा और लोकसभा चुनाव ईवीएम मॉडल 2 से कराए गए थे लेकिन इसका सॉफ्टवेयर पुराना हो चुका है. पुराने मॉडल के ईवीएम में तकनीकी गड़बड़ी को जल्दी ठीक करने में परेशानी होती थी. इसके अलावा मॉडल 2 के इवीएम में बैलेट यूनिट भी कम संख्या में जोड़े जा सकते थे.
वहीं नयी एम -3 ईवीएम में टेंपर डिटेक्टन का फीचर है. अगर कोई इससे कोई छेड़छाड़ करता है तो यह अपने आप काम करना बंद कर देती है. इसके अलावा ये मशीन कुछ खराबियों को खुद ठीक कर लेती है. यानि यदि साफ्टवेयर में कोई फाल्ट है तो यह उसे पकड़ लेगी. स मशीन के कंट्रोल यूनिट और बैलट यूनिट आपस में संवाद करने में सक्षम है. यदि बाहर से कोई कंट्रोल यूनिट या बैलट यूनिट लगाई जाएगी तो इसके डिजिटल सिग्नेचर मैच नहीं होंगे और सिस्टम काम करना बंद कर देगा. एम-3 ईवीएम में 24 बैलट यूनिट होगी. एक बैलेट यूनिट में 16 उम्मीदवारों को रखा जा सकता है. यानि अगर किसी क्षेत्र में 300 उम्मीदवार भी होंगे तो ईवीएम मशीन से ही वोटिंग होगी. पहले की मशीन में ये क्षमता नहीं थी. पुराने इवीएम में 64 से ज्यादा उम्मीदवार होने पर मतदान के लिए बैलट पेपर इस्तेमाल का प्रावधान था.