PATNA : विधानसभा चुनाव में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद कांग्रेस के अंदर अब सियासी घमासान बढ़ता दिख रहा है.चुनाव में उम्मीद के मुताबिक सीटें नहीं लाने के बाद लगातार बिहार कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल और प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा के खिलाफ विरोधी खेमे के नेता आवाज उठाते रहे राष्ट्रीय नेतृत्व से बिहार के अंदर बड़ा सांगठनिक बदलाव करने की मांग करते रहे लेकिन राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव को लेकर सोनिया गांधी मैं बिहार की तरफ से ज्यादा ध्यान नहीं दिया है
ऐसे में अब बिहार में नेतृत्व परिवर्तन के लिए कांग्रेस के विरोधी खेमे के नेताओं ने गोलबंदी शुरू कर दी है विरोधी खेमे के नेता आज पटना में एक महत्वपूर्ण बैठक करने जा रहे हैं बताया जा रहा है कि इस बैठक में कांग्रेस के कई जिला अध्यक्ष भी शामिल हो सकते हैं साथ ही साथ वैसे नेता जो गोहिल और मदन मोहन झा के करीबी नहीं माने जाते उन नेताओं का समर्थन इस बैठक में शामिल होने वाले नेताओं को मिल रहा है कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक पार्टी के किसान संगठन से जुड़े नेता राजकुमार शर्मा और पुराने नेता प्रभात सिंह इस बैठक का नेतृत्व कर रहे हैं
बिहार में चुनाव नतीजे सामने आने के बाद एक-एक कर कई बड़े नेताओं ने प्रदेश नेतृत्व और प्रभारी की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं पुराने कांग्रेसी अनिल शर्मा चंदन बागची और हर खो जाने हार का ठीकरा प्रभारी और प्रदेश नेतृत्व की गलत नीतियों के ऊपर फोड़ा है कुछ दिनों पहले तारीक अनवर भी प्रदेश के संगठन में बड़े बदलाव की मांग कर चुके हैं जबकि विधानसभा चुनाव के पहले निलंबन मुक्त किए गए शकील अहमद भी विरोधी खेमे का साथ दे रहे हैं ऐसे में आज होने वाली बैठक पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं हालांकि विरोधियों को भी पता है कि जब तक के कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव संपन्न नहीं हो जाता तब तक बिहार को लेकर पार्टी कोई बड़ा फैसला करेगी इसकी उम्मीद ना के बराबर है