बिहार, बंगाल और झारखंड का खौफ औरंगाबाद में धराया, स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस को मिली सफलता

बिहार, बंगाल और झारखंड का खौफ औरंगाबाद में धराया, स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस को मिली सफलता

AURANGABAD: औरंगाबाद पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. रफीगंज पुलिस ने अंतरराज्यीय बैंक डकैती गिरोह के सरगना और उसके साथियों को गिरफ्तार कर झारखंड पुलिस को सौंपा है. गिरफ्तार आरोपी का बिहार, बंगाल और झारखंड में आतंक था. रफीगंज थानाध्यक्ष राजीव रंजन ने बताया कि दो अपराधी किस्म के व्यक्ति को एचीवर गाड़ी से घूमने की सूचना मिली. सूचना मिलते ही पुलिस टीम जब मौके पर पहुंची तो दोनो युवक बाइक छोड़कर भागने लगे लेकिन पुलिस ने स्थानीय लोगों के सहयोग से पुलिस ने अपराधियों को पकड़ लिया. पूछताछ में हुआ बड़ा खुलासा आपको बता दें गिरफ्तार युवक गया जिला का रहने वाला है. नीरज जो गिरोह का लीडर है वहीं उसका साथी विनय है. पूछताछ के दौरान नीरज ने बताया कि साल 2007 में बंगाल के दुर्गापुर में देना बैंक से 4.50 लाख, पुरूलिया के पीएनबी बैंक से 80 लाख, 2011 में झारखंड के गिरिडीह जिलान्तर्गत निमियाघाट में एसबीआइ से 24 लाख, 2013 में परसा बाद स्थित झारखंड ग्रामीण बैंक से 2.5 लाख, 2016 में औरंगाबाद के भदवा स्थित मध्य बिहार ग्रामीण बैंक से 5 लाख, मगध मेडिकल कॉलेज गया स्थित मध्य बिहार ग्रामीण बैंक से 20 लाख, 2017 में बांका जिलान्तर्गत चानन थाना स्थित एसबीआई से 39 लाख,बंगाल के खरदा थानांतर्गत बैरकपुर स्थित आईआईएफएल ब्रांच से 8.50 किलो सोना की लूट की वारदात को अंजाम दे चुका है. गिरफ्तार युवक इसके अतिरिक्त आर्म्स एक्ट एवम मारपीट के कई मामले में नामजद है. कुछ दिन पहले ही नीरज दास जेल से छूटा है. नीरज ने अपने दो दोस्तों के साथ हजारीबाग के चरकुशा थाना स्थित झारखण्ड ग्रामीण बैंक से बीते 27 जून 2019 को 3.32 लाख की लूट की वारदात को अंजाम दिया था. सभी अपराधी को झारखंड के हजारीबाग पुलिस को सौंपी जा रही है. डकैतों के पास से लूट के कुछ रुपये, मोबाइल और बाइक भी बरामद किया गया है. गिरफ्तार बैंक डकैत रफीगंज में बड़ी घटना को अंजाम देने की नियत से रेकी कर रहे थे.