बिहार में तेज रफ्तार का कहर: बेतिया, रोहतास और बेगूसराय में सड़क हादसे, दो की मौत, आठ घायल IIT पटना में बनेगा फायर टेस्टिंग और ट्रेनिंग सेंटर, भवन निर्माण विभाग और आईआईटी के बीच हुआ समझौता PATNA: महिलाओं में बढ़ते एंडोमेट्रियल कैंसर को लेकर जागरूकता कार्यक्रम, विशेषज्ञों ने दिए महत्वपूर्ण सुझाव Bihar News: पटना में बनेगा फायर टेस्टिंग और ट्रेनिंग सेंटर, भवन निर्माण विभाग और IIT के बीच हुआ करार Bihar News: पटना में बनेगा फायर टेस्टिंग और ट्रेनिंग सेंटर, भवन निर्माण विभाग और IIT के बीच हुआ करार Bihar Transfer Posting: परिवहन विभाग में चार ADTO का तबादला, 4 में एक को दो जिलों का मिला जिम्मा SUPAUL: VIP नेता संजीव मिश्रा ने क्रिकेट टूर्नामेंट का किया उद्घाटन, खेल को जीवन का हिस्सा बनाने का दिया संदेश UP News: योगी सरकार ने बदल दिए पांच इंजीनियरिंग कॉलेजों के नाम, अब इस नाम से जाने जाएंगे UP News: योगी सरकार ने बदल दिए पांच इंजीनियरिंग कॉलेजों के नाम, अब इस नाम से जाने जाएंगे Bihar News: बिहार की इस नदी पर 9 करोड़ की लागत से बनेगा स्थायी पुल, यूपी से बढ़ जाएगी कनेक्टिविटी
1st Bihar Published by: Updated Thu, 07 Oct 2021 11:56:07 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार में विधानसभा की 2 सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव को लेकर नई राजनीति देखने को मिल रही है. ताजा खबर यह है कि लालू प्रसाद यादव के कुनबे में ही अंदरूनी लड़ाई और तेज हो गई है. विधानसभा चुनाव को लेकर तेज प्रताप यादव ने कांग्रेस नेता अशोक राम से मुलाकात की है. अशोक राम के बेटे अतिरेक को कांग्रेस ने कुशेश्वरस्थान विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है. आरजेडी इस सीट पर पहले ही गणेश भारती को प्रत्याशी बना चुकी है. ऐसे में तेज प्रताप यादव का कांग्रेस नेताओं से मिलना एक बड़ा सियासी घटनाक्रम माना जा रहा है.
तेज प्रताप यादव ने आज कांग्रेस नेता अशोक राम से मुलाकात की है. अशोक राम से उनकी इस मुलाकात को सियासी जानकारी तेजस्वी यादव के खिलाफ रणनीति के तौर पर मांग रहे हैं. दरअसल, तेज प्रताप यादव को लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने कल ही बड़ा बयान दिया था. तिवारी ने कहा था कि तेज प्रताप यादव आरजेडी में नहीं है. वह निष्कासित हो चुके हैं. इसके बाद तेज प्रताप के नए छात्र संगठन के नेताओं ने शिवानंद तिवारी के ऊपर निशाना साधा था. इस पूरे घटनाक्रम के बाद अब तेज प्रताप खुलकर कांग्रेस के करीब जा पहुंचे हैं और इसे तेजस्वी के खिलाफ मुहिम के तौर पर देखा जा रहा है.
संभावना जताई जा रही है कि तेज प्रताप यादव आगे आने वाले वक्त में कुशेश्वरस्थान सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार अतिरेक को अपना समर्थन दे सकते हैं. अगर ऐसा हुआ तो तारापुर सीट पर भी उनका समर्थन आरजेडी के बजाय कांग्रेस के उम्मीदवार को जा सकता है. यह पहली बार होगा कि लालू यादव के कुनबे का कोई सदस्य आरजेडी की बजाय कांग्रेस के उम्मीदवारों का समर्थन करेगा.