PATNA : भोजन अवकाश के बाद भी बिहार विधानसभा में विपक्ष का हंगामा देखने को मिला है। दोपहर 2 बजे जब सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो विपक्ष ने विधायकों की पिटाई का मसला उठाते हुए सदन में इस पर चर्चा की मांग रखी। विधानसभा अध्यक्ष इस मांग को पहले ही खारिज कर चुके हैं। लिहाजा सदन में सरकार की तरफ से पंचायती राज संशोधन विधेयक का प्रस्ताव पेश किया गया।
सदन में विधेयक का प्रस्ताव आते ही विपक्ष वेल में पहुंच गया और नारेबाजी शुरू कर दी। आरजेडी विधायक आलोक मेहता ने आरोप लगाया कि सदन में विधायकों को पीटा गया लेकिन लोकतंत्र में विपक्ष की आवाज दबायी जा रही है। हंगामे के बीच पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने अपने विभाग से जुड़े विधेयक सदन में चर्चा के लिए रखा।
हालांकि इस विधेयक पर संशोधन का प्रस्ताव विपक्षी दलों की तरफ से मूव नहीं किया गया। थोड़ी देर तक के शोर-शराबे के बाद विपक्ष ने सदन से वाकआउट कर दिया। विपक्ष की गैर मौजूदगी में सदन के अंदर विधेयक के पेश किए गए और अब उस पर सरकार के मंत्री अपनी बात रख रहे हैं।