विधानसभा में बढ़ेगा टकराव: निष्कासन की धमकी पर बोले जीवेश मिश्रा-किसी के बाप ने मुझे चुन कर नहीं भेजा है, बिहारियों के लिए जान दे दूंगा

विधानसभा में बढ़ेगा टकराव:  निष्कासन की धमकी पर बोले जीवेश मिश्रा-किसी के बाप ने मुझे चुन कर नहीं भेजा है, बिहारियों के लिए जान दे दूंगा

PATNA: बिहार विधानसभा में टकराव बढ़ने   के आसार नजर आने लगे हैं. विधानसभा में बीजेपी के विधायक हर रोज हंगामा कर रहे हैं. आज तेजस्वी यादव ने कहा कि उन पर कार्रवाई होनी चाहिये. उसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि वे हंगामा करने वालों को निष्कासित करेंगे. अध्यक्ष की धमकी पर  बीजेपी विधायकों ने कड़े तेवर दिखाये हैं. बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री जीवेश मिश्रा ने कहा-बिहारियों के लिए जान दे दूंगा. मैं किसी से डरता नहीं. मुझे अपने क्षेत्र की जनता ने चुन कर भेजा है, किसी के बाप ने यहां नहीं बिठाया है.


दरअसल विधानसभा में आज हंगामे के बीच डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा था कि भाजपा विधायकों पर कार्रवाई होनी चाहिये. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि वे संसदीय कार्य मंत्री की सलाह लेकर कार्रवाई करेंगे. शुक्रवार को सदन की कार्रवाई जब समाप्त हो रही थी तो अध्यक्ष ने फिर कहा कि बीजेपी के विधायक अलोकतांत्रिक काम कर रहे हैं. अध्यक्ष ने हंगामा करने वाले बीजेपी के चार  विधायकों का खास तौर पर नाम लिया जिसमें जीवेश मिश्रा, जनक सिंह, प्रमोद कुमार और लखींद्र पासवान शामिल थे. 


इसके बाद मीडिया ने जीवेश मिश्रा से पूछा कि अध्यक्ष ने उन्हें निष्कासित करने की चेतावनी दी है. जवाब में जीवेश मिश्रा ने कहा-बिहारियों के लिए, बिहार के मजदूरों के लिए सदन से निष्कासन बहुत छोटी बात है. जरूरत पड़ी तो बिहार के लोगों के लिए जान भी दे देंगे. 


मीडिया ने पूछा कि क्या उन्हें स्पीकर की चेतावनी से डर नहीं लग रहा है. जीवेश मिश्रा ने कहा- किस बात से डरेंगे. मेरे विधानसभा क्षेत्र जाले की महान जनता ने मुझे चुनकर भेजा है. किसी के बाप ने मुझे यहां नहीं बिठाया है.  जाले की जनता से मुझे चुनकर भेजा है. मैं अगर डरता हूं तो वहां की जनता से डरता हूं. 


जीवेश मिश्रा ने कहा कि अध्यक्ष गलत कर रहे हैं. उन्होंने कहा-आप वीडियो देखिये, मैंने टेबल नहीं पलटा है. ये लोग झूठे आरोप लगा रहे हैं. आसन जान बूझ कर विपक्षियों पर कार्रवाई कर रहा है. आप वीडियो देखिये, मुझे अपनी बात कहने से रोका गया था तो मैंने जोर देकर अपनी बात कही थी. मैं बिहार का श्रम संसाधन मंत्री भी रहा हूं, मुझे श्रमिकों की बात उठाने का हक है. मैं बिहार के मजदूरों के लिए जान देने को भी तैयार हूं.