DESK : लालू यादव और राबड़ी देवी के समधी पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव और हरियाणा के पूर्व खेल मंत्री सुखबीर कटारिया बीच सड़क पर आपस में भीड़ गए. यह भिड़ंत विवाद प्रदर्शन के लिए कार्यकर्ताओं को इकट्ठा करने के लिए जगह बदलने को लेकर थी. दरअसल, लालू यादव के समधी पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव और पूर्व खेल मंत्री सुखबीर कटारिया 3 अप्रैल को रोहतक में हुई घटना के विरोध में राज्यपाल के नाम उपायुक्त को ज्ञापन सौंपने निकले थे इसी बीच दोनों के बीच सात मिनट तक तीखी बहस छिड़ गई. कांग्रेस की एक महिला नेता और अन्य नेताओं ने बीच-बचाव कर मामले को किसी तरह रफा-दफा किया.
दरअसल, कैप्टन अजय यादव की ओर से कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को कमान सराय स्थित कांग्रेस कार्यालय में सुबह 10 बजे बुलाया गया था. जबकि पूर्व मंत्री सुखबीर कटरिया की ओर से सभी को सुबह 11 बजे मोर चौक के पास इकट्ठा होने का संदेश दिया गया था. कुछ कार्यकर्ता कांग्रेस कार्यालय पहुंचे तो कुछ मोर चौक. ऐसे में सभी को इकट्ठा होने में काफी समय लग गया. बस फिर क्या था इसी बात को लेकर दोनों नेताओं के बीच जबरदस्त बहस होनी शुरू हो गई.
दोनों जगहों से कार्यकर्ता लघु-सचिवालय की ओर चले तो सौ मीटर पहले कैप्टन अजय यादव व सुखवीर कटरिया का आमना-सामना हुआ. कैप्टन ने तल्खी से जगह बदलने के लिए वजह पूछी तो सुखबीर ने भी उसी अंदाज में जवाब दिया. जिसके बाद एक दूसरे का पार्टी में कद व कार्यकर्ताओं पर पकड़ की बात हुई और दोनों लाल-पीले हो गए. मौके की नजाकत देख कांग्रेस नेत्री पूजा शर्मा और अन्य नेताओं ने उन्हें अलग किया, फिर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते लघु-सचिवालय पहुंच राज्यपाल के नाम उपायुक्त को ज्ञापन दिया गया.
बता दें कि 3 अप्रैल को रोहतक में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम का विरोध कर रहे किसान नेताओं पर पुलिस द्वारा बल प्रयोग किया गया था. इसके विरोध में कांग्रेस नेता राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने निकले थे.