DESK: जो युवक हरियाला के अंबाला कैंट में दो साल से भीख मांगकर गुजारा कर रहा था वह शख्स करोड़पति निकला. उसके पिता एक बड़े कंपनी में एचआर हैं तो वही दोनों बहने भी अच्छे जगहों पर नौकरी करती हैं. इसकी घर पहुंचने की कहानी किसी फिल्म स्टोरी से कम नहीं है.
हो गया था लापता
धनंजय ठाकुर जो भीख मांगकर गुजारा कर रहा था वह यूपी के आजमगढ़ जिले का रहने वाला हैं. इकलौता बेटा होने के कारण धनंजय परिवार का लाडला था. ग्रेजुएशन तक पढ़ाई भी किया. लेकिन उसको नशे की लत लग गई थी. जिसके कारण उसकी मानसिक स्थिति खराब होती गई. अचानक एक दिन वह लापता हो गया. घरवालों ने काफी खोजबीन की, लेकिन उसका कोई पता तक नहीं चल पाया. घरवालों ने मान लिया था कि वह इस दुनिया में अब नहीं.
एक नंबर बताने से पहुंच गया घर
लापता करोड़पति बेटे के घर पहुंचने की कहानी भी बड़ी रोचक है. भीख मांगने के दौरान उसके पैर में खून बहता देख एक संस्था के सदस्य ने उससे दवा लगाने के लिए बुलाया. इस दौरान भीख मांगने वाले से पूछा कि तुम कहा के रहने वाले हो. इस दौरान युवक ने बहुत दिमाग पर जोर डालने के बाद एक मोबाइल नंबर बताया. जिसके बाद उस नंबर पर कॉल किया गया तो वह उसके चाचा का निकाला. जिसके बाद संस्था के लोगों ने उसके बारे में जानकारी दी. सूचना मिलने के बाद बहन पहुंची और भाई को देखते हुए रोने लगी. युवक ने भी अपनी बहन नेहा को पहचान लिया. नेहा ने भाई से पूछा कि आखिर इतने दिनों तक तुमने कॉल क्यों नहीं किया. बहन भाई को अपने घर ले गई. परिवार में एक बार फिर से खुशी का माहौल हो गया है.