BIHAR CRIME: स्वर्ण व्यवसायी हत्याकांड का खुलासा, पति-पत्नी और साली गिरफ्तार, अवैध संबंध बना घटना का कारण BIHAR CRIME: बीवी ने आशिक के साथ मिलकर कर दी पति की हत्या, 20 लाख कैश और जमीन की लालच में रच दिया खौफनाक साजिश Bihar Crime News: शराबबंदी कानून के तहत बिहार में पहली बार किसी महिला को सजा, इतने साल जेल और एक लाख जुर्माना Bihar Crime News: शराबबंदी कानून के तहत बिहार में पहली बार किसी महिला को सजा, इतने साल जेल और एक लाख जुर्माना फरहदा में कौशल युवा प्रोग्राम प्रमाण पत्र वितरण कार्यक्रम, समाजसेवी अजय सिंह ने युवाओं को दिखाई सफलता की राह Purnea News: शिक्षाविद् रमेश चंद्र मिश्रा की प्रथम पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा, विद्या विहार समूह की सभी संस्थाओं में हुआ आयोजन Purnea News: शिक्षाविद् रमेश चंद्र मिश्रा की प्रथम पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा, विद्या विहार समूह की सभी संस्थाओं में हुआ आयोजन Hate Speech Case: हेट स्पीच केस में मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को बड़ा झटका, सजा के खिलाफ अपील खारिज Hate Speech Case: हेट स्पीच केस में मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को बड़ा झटका, सजा के खिलाफ अपील खारिज अवैध कोयला खनन के दौरान चाल धंसने से 4 ग्रामीणों की मौत, आधा दर्जन लोग घायल, मुआवजे की मांग को लेकर हंगामा
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 15 Nov 2024 05:24:08 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने पटना स्थित अपने पार्टी (RLJP) का कार्यालय खाली कर दिया। भवन निर्माण विभाग ने पशुपति पारस को पार्टी कार्यालय खाली करने के लिए 13 नवंबर तक का समय दिया था। हालांकि पशुपति पारस ने इससे पहले ही 11 नवंबर को ही पार्टी कार्यालय खाली कर दिया था।
कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर पशुपति पारस के भतीजा केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान अपने जीजा जमुई सांसद अरुण भारती के साथ कार्यालय में पहुंचे। कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर दफ्तर पहुंचे चिराग पासवान ने इस दौरान पूजा-अर्चना भी की। चिराग पासवान राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के अपने पुराने कार्यालय में पहुंचे।
बता दें कि यह कार्यालय पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस के नाम से था लेकिन भवन निर्माण विभाग ने उनसे यह कार्यालय वापस ले लिया है। अब इस कार्यालय में चिराग पासवान अपना कार्यालय खोलेंगे। जिसे लेकर आज निरीक्षण करने के लिए अपने जीजा के साथ पहुंचे। इस मौके पर चिराग पासवान ने कहा कि इस कार्यालय से हमारे पिताजी की यादें जुड़ी हुई है। मुझे यह फिर मिला है।
उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर इस कार्यालय से हमारे चाचा की यादें भी जुड़ी है जिनके साथ में लंबे समय तक रहा लेकिन परिस्थितियां बदलती है यह परिस्थितियों उन्हीं के द्वारा बनाई गई है। आज हम लोग अलग-अलग हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यालय किसी का नहीं होता। आज हमारे पास है कल किसी और के पास होगा। यह सब स्थिति के अनुसार चलता रहता है।