DESK: कोरोना की दूसरी लहर से भारत में बिगड़ते हालात पर WHO ने चिंता जतायी है। संगठन के प्रमुख डॉ. टेड्रोस गेब्रेयेसस ने कहा कि भारत में हालात दिल दहलाने वाले हैं। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि दिल्ली में लॉकडाउन लगाना पड़ा है। भारत कोरोना की भयानक लहर के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है। यहां के अस्पताल मरीजों से भरे हैं तो वही श्मशान घाट पर लाशों की कतार लगी है जो हृदयविदायक है। ऐसे में हमने भारत की मदद के लिए 2600 एक्सपर्ट की टीम कोरोना मैनेजमेंट में लगाई है।
भारत में कोरोना के मरीज तेजी से बढ़े हैं। मरीजों के परिजन अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन की व्यवस्था के लिए सोशल मीडिया पर अपनी बात रख रहे हैं। WHO के प्रमुख डॉ. टेड्रोस गेब्रेयेसस ने कहा कि भारत में पोलियो और टीबी के खिलाफ काम कर रहे 2600 एक्सपर्ट्स को कोरोना के खिलाफ काम पर लगा दिया गया है। WHO हर तरह से मदद करने की कोशिश कर रहा है। यूनाइटेड नेशन की हेल्थ एजेंसी भारत को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और अस्पतालों के लिए जरूरी समान की सप्लाई कर रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच सोमवार को फोन पर बातचीत हुई। बाइडेन ने मोदी से कहा- जब अमेरिका कोविड-19 की वजह से मुश्किल दौर से गुजर रहा था, तब भारत ने उसकी भरपूर मदद की थी। अब अमेरिका की बारी है। बातचीत के बाद PM मोदी ने बताया कि उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति को मदद के लिए धन्यवाद दिया। बाइडेन से चर्चा के बाद मोदी ने सोशल मीडिया पर कहा- हमने वैक्सीन के रॉ मटेरियल और दवाओं की सप्लाई चेन को कारगर बनाने पर चर्चा की।
भारत और अमेरिका की हेल्थकेयर पार्टनरशिप दुनिया में कोविड-19 से पैदा हुई चुनौतियों का मुकाबला कर सकती हैं। हमने दोनों देशों में महामारी से बने हालात पर विस्तार से बात की। वही जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदो सुगा ने भी भारत के पीएम नरेंद्र मोदी से फोन पर बातचीत की और कोरोना महामारी पर चर्चा की। रविवार को सऊदी अरब के दमाम बंदरगाह से 4 क्रायोजेनिक टैंक में 80 टन ऑक्सीजन भारत के लिए रवाना हुआ। यह जल्द मुंद्रा बंदरगाह पहुंचेगा। यह अदाणी समूह की अगुवाई में लाया जा रहा है। WHO के प्रमुख डॉ. टेड्रोस गेब्रेयेसस ने कहा कि भारत में पोलियो और टीबी के खिलाफ काम कर रहे 2600 एक्सपर्ट्स को कोरोना के खिलाफ काम पर लगा दिया गया है