PATNA : राजधानी में हुई भारी बारिश के बाद एक बार फिर पटना के ज्यादातर इलाकों में जलजमाव हो गया है, वहीं फिर से कई मंत्रियों के आवास में पानी घुस गया है। वहीं जलजमाव पर फिर से एक बार नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव एक्शन में आ गये हैं। उन्होनें कह दिया है कि पैसा लेकर इंजीनियरों का तबादला होगा तो पटना डूबेगा ही।
पटना में एक बार फिर जलजमाव हुआ है। भारी बारिश के बाद कई VVIP इलाकों में पानी लग गया है वहीं कई मंत्रियों के सरकारी आवास में पानी घुस गया है। जल जमाव की समस्या दूर करने का जिम्मा जिन मंत्री महोदय के जिम्मे हैं उनके घर में भी पानी समा गया है। नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा का आवास पानी में डूबने-उतराने लगा है, वहीं पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव और शिक्षा मंत्री डॉ कृष्णनंदन वर्मा का आवास भी जलजमाव की चपेट में आ गया है। शिक्षा मंत्री के घर में तो नाले का पानी भी घुसने लगा है। वहीं पटना के कई वीआईपी इलाकों मसलन बोरिंग रोड, एसकेपुरी, राजेन्द्र नगर और कंकड़बाग के कई मोहल्लों में पानी जमा हो गया है।
इस बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बार फिर सरकार पर जलजमाव को लेकर हमला बोल दिया है। इस बार तो उन्होनें और भी ज्यादा दमदार तरीके से सरकार पर हमला बोला है। इस बार तो उन्होनें पटना में जलजमाव के लिए 'तबादला उद्योग' को ही जिम्मेवार ठहराया है। बिहार सरकार के द्वारा राजस्व और भूमि सुधार विभाग में तकरीबन 255 अंचलाधिकारी समेत 400 अधिकारियों के तबादले पर रोक लगा दिए जाने के बाद तेजस्वी यादव ने कहा है कि सरकार ने बिहार में तबादला उद्योग लगा दिया है। उन्होनें कहा कि अभी-अभी जून महीने में सबसे बड़ा तबादला घोटाला हुआ है। उन्होनें कहा कि ऐसे ही तबादला उद्योग के तहत पटना में भी अयोग्य अधिकारियों की तैनाती की गयी है तो पटना डूबेगा ही।
तेजस्वी यादव ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि 15 वर्षों में नीतीश कुमार और बीजेपी ने बिहार में एक सुई का भी कारख़ाना नहीं तो लगवाया न कोई इंडस्ट्री बैठायी लेकिन तबादला उद्योग ज़रूर लगाया है। इसी के तहत अयोग्य अधिकारियों की नियुक्ति की जा रही है जिसका नतीजा बिहार को भुगतना पड़ रही है। उन्होनें कहा कि कई मंत्रालयों में ट्रांसफर पोस्टिंग का खेल चल रहा है। अधिकारियों की ट्रांसफर-पोस्टिंग परफॉरमेंस बेस्ड होनी चाहिए लेकिन पैसा देकर बहाली हो रही हैं। जो अधिकारी पैसे देकर अपनी पोस्टिंग करवाएंगे तो वे भ्रष्टाचार तो करेंगे ही उसी का नतीजा पटना में प्रत्यक्ष तौर पर देखने को मिल रहा है।