भारत में भी वैक्सीन के ट्रायल को रोका, डीजीसीई को थी आपत्ति

भारत में भी वैक्सीन के ट्रायल को रोका, डीजीसीई को थी आपत्ति

DESK: दुनियाभर में कोरोना से लड़ने के लिए वैक्सीन बनाई जा रही है. इस प्रयास को कल एक बड़ा झटका लगा.  खबर आई की ब्रिटेन की फार्म कंपनी एस्ट्राजेनेका के वैक्सीन ट्रायल में शामिल एक वालंटियर में कुछ साइड इफेक्ट्स देखे गए. जिस वजह से कंपनी ने अपने वैक्सीन के ट्रायल को फ़िलहाल रोक दिया है. 

अब ऐसी जानकारी आ रही है कि  भारत के सीरम इंस्टिट्यूट ने भी कुछ समय के लिए अपने ट्रायल को DGCI के निर्देश के  बाद रोक दिया है. इस पूरे मामले पर सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया ने कहा है कि "हम स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं और भारत के परीक्षणों को कुछ समय के लिए  रोक रहे हैं.  हम ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DGCI) के निर्देशों का पालन कर परीक्षणों पर आगे टिप्पणी नहीं कर पाएंगे.

इस खबर के बाद लोगों में निराशा छा गई. भारत में ऑक्सफोर्ड के साथ मिलकर इस वैक्सीन के दूसरे और तीसरे फेज के ट्रायल को 17 जगहों पर चलाए जा रहा था जिसे फिलहाल रोक दिया गया है. हालांकि, डीसीजीआई के नोटिस मिलने के बाद सीरम इंस्टिट्यूट ने ट्रायल रोकने का फैसला किया है. लेकिन शोधकार्य से जुड़े लोगों का कहना है कि ट्रायल के दौरान इस तरह के हालात का सामना करना पड़ता है. इसमें निराश होने की कोई बात नहीं है.


सीरम इंस्टिट्यूट के सीईओ अदर पूनावाला ने कहा था कि भारत में वैक्सीन के ट्रायल पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा. ये बात अलग है कि ड्रग्स कंट्रोल जनरल ऑफ इंडिया ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को नोटिस जारी कर दिया और सवाल किया था कि सीरम ने DGCI को दूसरे देशों में चल रहे ट्रायल के नतीजों के बारे में जानकारी क्यों नहीं दी.