DARBHANGA : ट्रेड यूनियनों के भारत बंद का असर बुधवार की सुबह से ही दिखाई दे रहा है. मजदूर व किसान संगठनों के आह्वान पर मोदी सरकार की विभाजनकारी नीति एनआरसी-सीएए-एनपीआर को वापस लेने, मंदी, महंगाई, बेरोजगारी, सार्वजनिक इकाइयों के निजीकरण के खिलाफ आम हड़ताल को सफल बनाने के लिए ट्रेड यूनियनों के समर्थक सुबह से ही देश के कई हिस्सों ने प्रदर्शन कर रहे हैं.
बंद समर्थकों ने दरभंगा बहेड़ी मुख्य पथ को जाम कर नारेबाजी कर रहे हैं. सड़क जाम कर रहे भाकपा (माले) जिला कमिटी सदस्य देवेन्द्र कुमार ने कहा कि देश के मजदूर-किसान, छात्र-नौजवान, अल्पसंख्यक समुदाय सब मिलकर तानाशाही के खिलाफ लोकतंत्र के पक्ष में सड़कों पर उतर चुके हैं. मोदी-अमित शाह की तानाशाही को अब यह देश बर्दाश्त नहीं करने वाला है.
जेएनयू, जामिया, अलीगढ़ और देश के दूसरे अन्य विश्वविद्यालयों से लेकर खेत-खलिहानों व कारखानों में चलने वाली लड़ाई एकताबद्ध हो रही है और मोदी-अमित शाह को पीछे हटने के लिए बाध्य करेगी.