Bihar News: टुनटुन यादव के प्रोग्राम में फायरिंग के बाद एक्शन में आई पुलिस, एक को दबोचा अन्य की तलाश जारी PK ने जमुई में भरी हुंकार, बोले..नीतीश चचा को हटाना है इस बार, भूमि सर्वे और दाखिल खारिज में जमकर हो रहा भ्रष्टाचार Caste Census:जातीय जनगणना पर केंद्र के फैसले का JDU महासचिव ने किया स्वागत, नीतीश कुमार के विजन की बताई जीत Bihar Education News: सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल-प्रधान शिक्षकों का पावर कट, स्कूल के दूसरे शिक्षक को बड़ा अधिकार, ACS एस सिद्धार्थ ने सभी DEO को भेजा पत्र Road Accident: तेज बाइक चलाने की जिद ने ली दो दोस्तों की जान, तीसरे की हालत गंभीर SUPAUL: छातापुर में धूमधाम के साथ मनाई गयी भगवान परशुराम की जयंती, कार्यक्रम में आए सैकड़ों ब्राह्मणों का संजीव मिश्रा ने किया स्वागत Pahalgam Terror Attack: “तुम्हारे घर में घुसकर ऐसे आदमी को मारेंगे जो तुम्हारे लिए एक लाख के बराबर होगा”, लॉरेंस बिश्नोई गैंग का पाकिस्तान के नाम संदेश Bihar Crime News: बेख़ौफ़ अपराधियों ने फाइनेंस कर्मी को बनाया अपना शिकार, तलाश में पुलिस लगातार कर रही छापेमारी PATNA: 3 दिन से गायब महिला की लाश झाड़ियों से बरामद, गले पर गहरे निशान से हत्या की आशंका Bihar Farmers: बिहार के इस जिले में कद्दू बेचकर मालामाल हो रहे किसान, यह तरीका अपनाकर दुगनी कर रहे कमाई
1st Bihar Published by: Updated Tue, 28 Apr 2020 11:38:05 AM IST
- फ़ोटो
DESK : भारतीय रिजर्व बैंक ने यह स्वीकार किया है कि उसने भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चौकसी समेत जानबुझ कर कर्ज नहीं चुकाने वाले 50 शीर्ष डिफाल्टर्स के 68,607 करोड़ रुपये के कर्ज माफ किए हैं. यह जानकारी आरटीआई कार्यकर्ता साकेत गोखले द्वारा दायर किए गए आरटीआई के जवाब में सामने आया है.
50 शीर्ष विलफुल डिफाल्टर्स के16 फरवरी तक उनके ऋण की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी लेने के लिए आरटीआई कार्यकर्ता साकेत गोखले ने आरटीआई आवेदन दाखिल किया था. जिसके जवाब में आरबीआई ने कहा कि 68,607 करोड़ रुपये बकाया धनराशि 30 सितंबर, 2019 तक माफ कर दिया गया है. 50 शीर्ष विलफुल डिफाल्टर्स की इस सूची में चोकसी की भ्रष्टाचार में फंसी कंपनी गीतांजलि जेम्स लिमिटेड शीर्ष पर है, जिसके ऊपर 5,492 करोड़ रुपये की देनदारी है.
आरटीआई कार्यकर्ता गोखले ने कहा कि 'मैंने यह आरटीआई इसलिए दाखिल किया, क्योंकि वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण और वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा पिछले बजट सत्र में संसद में 16 फरवरी, 2020 को पूछे गए इस तारांकित प्रश्न का जवाब देने से इंकार कर दिया था.' इस लिस्ट में आईटी, अवचंरचना, बिजली, स्वर्ण-डायमंड ज्वेलरी, फार्मा सहित अर्थव्यवस्था के विविध सेक्टरों में फैली हुई कई कंपनियां हैं.