भागलपुर विधायक अजीत शर्मा को जान का खतरा, सरकार को लिखा पत्र

भागलपुर विधायक अजीत शर्मा को जान का खतरा, सरकार को लिखा पत्र

BHAGALPUR: कांग्रेस विधायक दल के नेता और भागलपुर विधायक अजीत शर्मा की जान को खतरा है। इस संबंध में उन्होंने एक पत्र जारी कर सरकार से सुरक्षा की मांग की है। अजीत शर्मा ने सरकार को लिखे पत्र में कहा है कि शराब माफिया के खिलाफ आवाज उठाने की वजह से वे उनके निशाने पर हैं। ऐसे में कभी भी उनके साथ बड़ी घटना घट सकती है। नगर विधायक अजीत शर्मा अपनी सुरक्षा में तैनात 3 बॉडीगार्ड के अलावे और बॉडीगार्ड दिए जाने की मांग की है। साथ ही हाउस गार्ड व एस्कार्ट दस्ता भी उपलब्ध कराने की मांग की है। 


नगर विधायक अजीत शर्मा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लिखे पत्र में कहा है कि वे विधानमंडल में कांग्रेस के नेता और प्रत्यायुक्त विधान समिति के सभापति भी हैं। ऐसे में उन्हें अक्सर राज्यभर का दौरा करना पड़ता है। पिछले कुछ दिनों से वे कई लोगों के निशाने पर हैं। 


भागलपुर विधायक अजीत शर्मा अक्सर शराब तस्‍करी का मुद्दा उठाते रहे हैं। उनका कहना है कि बिहार में शराबंदी केवल नाम का है। हर जगह शराब बेची जा रही है। इस संबंध में वे सीएम नीतीश को भी पत्र लिख चुके हैं। शराबबंदी कानून की समीक्षा करने का आग्रह भी उन्होंने सरकार से किया है।


कांग्रेस नेता अजीत शर्मा का कहना है कि पड़ोसी राज्‍यों से शराब की खेप आ रही है जिससे बिहार के राजस्‍व का नुकसान पहुंच रहा है। अक्सर शराब माफिया के खिलाफ वे आवाज उठाते रहे हैं जिसकी वजह से पिछले कुछ दिनों से वे कई लोगों के निशाने पर हैं। अजीत शर्मा ने अपने पत्र में सरकार से और सुरक्षा बढ़ाए जाने की मांग की है।  

भागलपुर विधायक अजीत शर्मा ने कहा कि मैं तो शुरू से इसे लेकर आवाज उठा रहा हूं। माननीय मुख्यमंत्री जी को भी पता है कि हर कस्बे, गांव और शहर में शराब बिक रहा है। हर किसी को इस बात की जानकारी है। मैंने आवाज उठायी कि शराब बेचना चालू किजिए। शराब की कीमतों को दोगुनी और तीगुनी कर दिजिए। शराब से मिलने वाले राजस्व को बिहार के कल-कारखानों में लगाइए। शराब के धंधे में जुड़े लोग करोड़ों रुपये कमा रहे हैं और जिससे सरकारी राजस्व को भारी नुकसान पहुंच रहा है।  


शराब माफिया के खिलाफ लगातार आवाज बुलंद कर रहे हैं। ऐसे में शराब माफिया को भी लग रहा है कि विधायक जी लगातार इसे लेकर आवाज उठा रहे हैं कही शराब की बिक्री चालू ना करवा दें। सदन में भी मैंने आवाज उठाई थी। मुख्यमंत्री ने जवाब दिया कि कांग्रेस की सदस्यता में लिखा है कि शराब की सेवन ना करें।


मेरा कहना है कि शराब बिहार में बिक रहा है। शराब माफिया यह सोच रहे है कि अजीत शर्मा इसे लेकर लगातार आवाज उठा रहे हैं। इससे उनको करोड़ों का नुकसान हो सकता है। इसलिए मेरे खिलाफ शराब माफिया साजिश रच रहे हैं जिससे मेरी जान पर खतरा बना हुआ है। हकीकत यह है कि शराब और बालू माफिया सरकार के राजस्व को लूटने के काम कर रहे हैं। पदाधिकारी भी इनसे मिले हुए हैं। विधायकों की कमिटी बनाकर इसकी जांच कराई जाएं सच्चाई खुद सामने आ जाएगी। अजीत शर्मा ने कहा कि वे रुकेंगे नहीं इसे लेकर सदन में भी आवाज उठाएंगे।