BHAGALPUR: गंगा का जलस्तर बढ़ने के कारण एक दिन पहले एनएच-80 पर बना डायवर्जन पानी के दवाब के कारण तेज लहरों में बह गया। इसमें लगाया गया ह्यूम पाइप 24 घंटे भी नहीं टिक सका। इसके टूटकर अलग हो जाने के कारण सड़क पर आवागमन पूरी तरह ठप हो गया।
बताया जाता है कि हल्के वाहन के गुजरने और पानी के दबाव के कारण यह क्षतिग्रस्त हो गया। इस बात की सूचना मिलते ही जल संसाधन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे जिसके बाद सुरक्षा के मद्देनजर सबौर के पास एनएच-80 पर आवागमन बंद कर दिया गया और बांस लगाकर बैरिकेडिंग कर दी गयी।
क्षतिग्रस्त हुए डाइवर्जन में आज ईंट के टुकड़ों को डाला गया और दिनभर मरम्मत का काम जेसीबी से किया गया। उधर कहलगांव-पीरपैंती के तौफिल दियारा के नए इलाकों में पानी घुसने लगा है। बाढ़ की आशंका को देख लोग परेशान हैं।
वहीं इस्माईलपुर-गोपालपुर इलाके में भी 14 नंबर रोड के कटने का खतरा मंडराने लगा है। पानी के खतरे को देखते हुए प्रशासन की टीम भंवरा खोलना चाहती थी लेकिन ग्रामीण के विरोध के बाद ऐसा नहीं कर पाई। भागलपुर में गंगा नदी खतरे के निशान से 2 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है जबकि कहलगाव में 93 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। रविवार की शाम 5 बजे भागलपुर में गंगा नदी का जलस्तर 33.70 मीटर तो वही कहलगांव में 32.04 मीटर दर्ज किया गया।