BHAGALPUR: कोरोना संकट में बिहार के सरकारी हॉस्पिटल की लापरवाही के कारण कई लोगों की मौत हो रही है. हॉस्पिटल में भर्ती कोरोना संदिग्ध का चार दिनों तक सैंपल नहीं लिया गया. सैंपल लेने के लिए परिजन चार दिनों तक गुहार लगाते रहे फिर भी मरीज का कोरोना सैंपल नहीं लिया गया. जब वह मर गया तो कोरोना का सैंपल लिया और मरने वाला कोरोना पॉजिटिव निकला. यह मामला भागलपुर मेडिकल कॉलेज का है.
इस बड़ी लापरवाही के बारे में बताया जा रहा है कि मुंगेर जिले के जमालपुर के रहने वाले 80 साल के बुजुर्ग का जेएलएनएमसीएच हॉस्पिटल ने चार दिन तक कोरोना जांच के लिए सैंपल नहीं लिया गया. बुजुर्ग को 14 जुलाई को जेएलएनएमसीएच के इमरजेंसी में भर्ती कराया गया था. स्थिति खराब हुई तो गायनी आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया था. लेकिन कोरोना के लक्षण होने के बाद भी सैंपल नहीं लिया गया.
मौत के बाद लिया गया सैंपल
मौत के बाद बुजुर्ग का आननफानन में कोरोना सैंपल लिया गया और मायागंज हॉस्पिटल के कोरोना लैब में भेजा गया. जब मृतक बुजुर्ग की रविवार को रिपोर्ट आई तो वह कोरोना पॉजिटिव निकले. मुंगेर सदर हॉस्पिटल में कोरोना संदिग्ध बताकर रेफर किया था, लेकिन हॉस्पिटल ने कोरोना टेस्ट नहीं कराया. इसको लेकर बुजुर्ग के बेटे ने एक वीडियो भी वायरल किया था जिसमें वह लापरवाही का आरोप लगा रहा था.