भागलपुर में मनरेगा लोकपाल के दफ्तर में जमकर चले लात-घूंसे: मुखिया पर 65 लाख गबन का था आरोप, सुनवाई के दौरान भिड़े दोनों पक्ष

भागलपुर में मनरेगा लोकपाल के दफ्तर में जमकर चले लात-घूंसे: मुखिया पर 65 लाख गबन का था आरोप, सुनवाई के दौरान भिड़े दोनों पक्ष

BHAGALPUR: ग्रामीण इलाके में रोजगार देने के लिए चलायी जा रही योजना मनरेगा में धांधली को लेकर आज भागलपुर कलेक्टेरिट में जमकर लात घूंसे चले. भागलपुर कलेक्टेरियट में मनरेगा लोकपाल का दफ्तर है, जहां मनरेगा में 63 लाख के गबन के मामले की सुनवाई हो रही थी. आरोप मुखिया पर लगा है. सुनवाई के दौरान मुखिया ने ताव दिखाना शुरू किया और इसके बाद दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर लात-घूंसे की बौछार कर दी. मुखिया और उनके खिलाफ शिकायत करने वाला दोनों लहुलुहान हो गये. 


मनरेगा में 63 लाख का गबन

मामला भागलपुर जिले के रंगरा प्रखंड के मदरौनी पंचायत का है. मदरौनी निवासी अमरेंद्र कुमार और उनके पुत्र ब्रजेश सिंह ने मनरेगा लोकपाल के सामने ये शिकायत की है कि स्थानीय मुखिया अजीत कुमार सिंह ने मनरेगा में जमकर लूटपाट किया है. करीब 63 लाख रूपये का गबन कर लिया गया है. बता दें कि मनरेगा एक्ट के तहत हर जिले में मनरेगा लोकपाल की नियुक्ति की गयी है, जो इस योजना में गड़बड़ी की शिकायत सुनते हैं. भागलपुर मनरेगा आयुक्त ने शिकायत मिलने के बाद दोनों पक्षों को सुनवाई के लिए तलब किया था.


जमकर चले लात-घूंसे

लोकपाल के समक्ष आज इस मामले की सुनवाई हो रही थी, जिसमें शिकायत करने वाले के साथ साथ मुखिय अजीत कुमार सिंह मौजूद थे. लोकपाल मामले की जानकारी ले रहे थे तभी मुखिया ने शिकायत करने वाले को रौब दिखाना शुरू कर दिया. कुछ ही मिनट में मारपीट शुरू हो गयी. दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर लात, घूंसा, जूता सब जमकर चलाया. भीषण मारपीट में मुखिया अजित सिंह और उनके खिलाफ शिकायत करने वाले दोनों पिता पुत्र लहूलुहान हो गए.


लोकपाल बोले-डर लगता है

लोकपाल कार्यालय में मारपीट की खबर मिलने के बाद जोगसर थाना पुलिस वहां पहुंची. वह मुखिया और शिकायत करने वाले को थाने ले गयी. दोनों पक्ष एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं. मुखिया ने शिकायत करने वाले पिता पुत्र के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. वहीं, शिकायतकर्ता करने वाले ने भी मुखिया के खिलाफ एफआईआर के लिए आवेदन दिया है. शिकायतकर्ता ब्रजेश कुमार ने कहा कि मदरौनी पंचायत में मनरेगा जमकर घोटाला हुआ है, इसकी शिकायत उन्होंने मनरेगा लोकपाल से की है. लोकपाल के यहां सुनवाई के दौरान उन्होंने स्थल जांच की मांग की, इसके बाद मुखिया ने गाड़ी से छुरी निकाल ली और धमकी देने लगे. फिर पिटाई कर दी.


वहीं, मुखिया ने कहा कि मनरेगा योजना के तहत नाले के निर्माण में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है. शिकायत की गयी है कि नाले में पांच इंच का ईंट लगा है, लेकिन हम लोकपाल को बता रहे थे कि 10 इंच की ईंट लगी है. हम उसका फोटोग्राफ दिखा रहे थे. लेकिन इसी दौरान अमरेंद्र सिंह औऱ उनके बेटे ब्रजेश सिंह ने हमला कर दिया.


उधर मनरेगा लोकपाल आलोक कुमार मिश्रा ने कहा कि मनरेगा में धांधली की शिकायत की गयी थी, जिस पर सुनवाई हो रही थी. शिकायत करने वाले ने स्थल निरीक्षण की मांग की. मैं लॉग बुक देख रहा था और इसी दौरान दोनों पक्ष आपस में भिड गये. लोकपाल ने कहा कि कार्यालय में सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है और हमें सुनवाई करने में डर लग रहा है.