PATNA : बेतिया के लौरिया में जहरीली शराब पीने से अब तक 9 लोगों की हुई मौत की खबर से बिहार के सियासी गलियारे में खलबली मची हुई है. इस मामले पर अब राजद सुप्रीमो लालू यादव ने नीतीश कुमार, उनकी शराबबंदी और प्रशासनिक अधिकारियों पर तंज कसा है. इसके अलावा लालू ने शराबबंदी में सत्ताधारियों द्वारा 20 हजार करोड़ का अवैध कारोबार खड़ा कर लेने की भी बात कही है.
लालू ने ट्वीट किया है- बिहार में सुशासनी शराबबंदी से प्रतिवर्ष हज़ारों लोग ज़हरीली शराब से मर जाते हैं. शराबबंदी के कारण सत्ताधारी लोग बिहार में 20000 करोड़ की समानांतर अवैध इकॉनमी चला रहे है. शराबबंदी के नाम पर लाखों दलित और गरीब जेलों में बंद है. पुलिस भ्रष्ट और अत्याचारी बन चुकी है.
आपको बता दें कि मामला बेतिया यानि पश्चिम चंपारण जिले के देवराज पंचायत के देउरवा गांव का है. पिछले दो दिनों में इस गांव के 9 लोगों की मौत हो गयी है. एक दर्जन से ज्यादा लोग गंभीर रूप से बीमार है. सरकारी और निजी अस्पतालों में उनका इलाज चल रहा है. कई लोगों की आंखों की रोशनी चली गयी है. मृतकों औऱ बीमार लोगों के परिजन बता रहे हैं कि सब ने शराब पी थी जिसके बाद ये सब हुआ. दो दिनों में आठ लोगों की मौत औऱ कई और की हालत गंभीर होने से गांव में कोहराम मचा हुआ है.
आनन-फानन में हुआ अंतिम संस्कार
जहरीली शऱाब पीने से जिन लोगों की मौत होने की जानकारी सामने आ रही है उन सबों का आनन फानन में अंतिम संस्कार कर दिया गया. गांव के एक व्यक्ति ने बताया कि स्थानीय चौकीदार के माध्यम से पुलिस मैसेज भिजवा रही थी. उसी मैसेज के आधार पर सबों का आनन फानन में अंतिम संस्कार कर दिया गया. गांव के लोग मृतकों का नाम बता रहे हैं. देउरवा गांव में जहरीली शराब से जिन लोगों की मौत हुई है उनमें बिकाउ मियां, लतीफ साह और रामवृक्ष चौधरी, बलुई गांव के नईम हजाम, सीतापुर गांव के भगवान पांडा, जोगिया गांव के सुरेश साह, बगही गांव के रातुल मियां और गौनही गांव के झुन्ना मियां शामिल हैं. सारे मृतकों के शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया है.
जहरीली शराब का मामला छिपाने की कोशिश
जहरीली शराब पीने के बाद कई लोग गंभीर रूप से बीमार हुए हैं. तेलपुर गांव के इजाहर मियां का इलाज बेतिया मेडिकल कॉलेज अस्पताल में किया जा रहा है. बेतिया, रामनगर समेत आस-पास के निजी क्लिनिकों में भी कई बीमार लोगों का इलाज किया जा रहा है. देउरवा गांव के मुमताज अंसारी का इलाज रामनगर के एक निजी क्लिनिक में किया जा रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि अस्पतालों के पुर्जे पर शराब पीने की बात नहीं लिखी गयी है. जबकि बीमार होने वाले सभी लोगों ने जानकारी दी है कि उन्होंने शऱाब पी थी जिसके बाद तबीयत बिगड़ गयी. लोगों ने बताया कि स्थानीय थाना औऱ प्रशासन जहरीली शराब का मामला छिपाने की कोई कोशिश नहीं बाकी रख रहा है.
खुलेआम बिक रही शराब, पीते ही तबीयत बिगड़ी
ग्रामीणों ने बताया कि देउरवा गांव में खुलेआम शराब बिकती है. आस-पास के गांवों के लोग भी देउरवा में शराब पीने आते हैं. मंगलवार की शाम दो दर्जन से ज्यादा लोगों ने शराब के अड्डे पर दारू पी थी. उसके कुछ देर बाद से ही सारे लोगों की तबीयत बिगड़नी शुरू हुई. थोड़ी देर में ही सारे लोगों की तबीयत बेहद खराब हो गयी. कम से कम 9 लोगों की मौत हुई है. कई लोगों की आंखों की रोशनी चली गयी है.
जहरीली शराब पीने से जोगिया गांव के सुरेश साह की मौत हो गयी. सुरेश साह के साला भऱत साह ने बताया कि उनके जीजा ने मंगलवार को देउरवा में शराब पी औऱ उसके बाद मछली बेचने बगही बाजार चले गये थे. वहीं उनकी तबीयत खऱाब हुई तो घर के लोगों को खबर किया. परिजन सुरेश साह को साथ लेकर घऱ चले आये. रात में सुरेश साह की आंखों की रोशनी चली गयी. परिजन रात में ही उन्हें पड़ोस के रामनगर के एक निजी क्लीनिक में ले गये लेकिन डॉक्टरों ने सुरेश साह की हालत देख कर इलाज से इंकार कर दिया. हार कर सुरेश साह को बेतिया ले जाया जाने लगा लेकिन रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया. हालांकि परिजन सुरेश साह की बॉडी को लेकर बेतिया के मेडिकल कॉलेज अस्पताल गये. वहां डॉक्टरों ने मृत घोषित करते हुए उन्हें घर ले जाने को कहा.
प्रशासन बोला-अभी हम जांच ही करा रहे हैं
वाकये के 48 घंटे बाद भी सरकार औऱ प्रशासन कह रही है कि मामले की जांच करायी जा रही है. पश्चिम चंपारण के डीएम कुंदन कुमार ने मीडिया को बताया कि उन्हें घटना के बारे में जानकारी मिली है. गांव में मेडिकल टीम भेजी गयी है, उसकी जांच रिपोर्ट आने के बाद ही मामला स्पष्ट हो पायेगा. उधर चंपारण के डीआईजी ललन मोहन प्रसाद ने कहा कि पुलिस को मामले की खबर मिली है लेकिन कितनी मौत हुई औऱ कारण क्या है इसकी पुष्टि नहीं हो पायी है. मामले की जांच के बाद ही कोई आधिकारिक जानकारी दी जा सकती है.