BETTIAH : बेतिया जिले के चनपटिया के 14 वार्ड पार्षदों में चुनाव हो रहे हैं, जिसमें 9 पार्षदों ने चुनाव लड़ने के लिए 8.21 लाख रुपए लौटाए हैं। ये वही राशि है, जो इन्होने बहुचर्चित कफन घोटाले में इकठ्ठा किया था। दरअसल, प्रावधान के अनुसार चुनाव लड़ने के लिए उन्हें नाम निर्दोष प्रपत्र के साथ नो-ड्यूज प्रमाण पत्र देना था। यही वजह है कि 2 साल बाद इन्हे ये राशि लौटानी पड़ी। आपको बता दें, नगर पंचायत के 14 वार्डों में 14.53 लाख रूपए का हेरफेर किया गया था, लेकिन अब दो साल बाद इनकी पोल खुल रही है।
इस मामले को लेकर कार्यपालक पदाधिकारी वसंत कुमार ने बताया कि उन सभी वार्ड पार्षद को नो-ड्यूज दिया जा रहा है, जो घोटाले में जमा किए गए पैसे लौटा रहे हैं। फिलहाल, अब तक जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक़ 14 में 9 पार्षदों ने राशि लौटा दिए हैं।
दरअसल, गरीब परिवार में किसी की मौत होने पर नगर पंचायत दाह संस्कार के लिए कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत परिजनों को कफन और अंतिम संस्कार के लिए 3000 रूपए देती है। इस योजना की राशि वार्ड पार्षद को दे दी जाती है। उसका वाउचर जमा करना होता है। आरोप है कि 14 वार्ड पार्षदों ने इस योजना की 14.53 की राशि को अग्रिम के तौर पर लेकर उसका उपयोगिता प्रमाण पत्र जमा नहीं किया था। लेकिन, अब जब नो-ड्यूज लेने की बारी आई तो एक-एक कर सबकी पोल खुलने लगी।
इन पार्षदों पर है घोटाले का आरोप
वार्ड संख्या-1 के पार्षद उपदेश प्रसाद पर 1.5 लाख,
वार्ड संख्या-2 की पार्षद सह निवर्तमान अध्यक्ष किरण देवी पर 87 हजार,
वार्ड संख्या-3 के पार्षद चंद्रमोहन प्रसाद पर 99 हजार,
वार्ड संख्या-4 की पार्षद पूनम देवी पर 92 हजार,
वार्ड संख्या-5 की पार्षद एवं नगर पंचायत की पूर्व अध्यक्ष विमला देवी पर 1.29 लाख,
वार्ड संख्या-6 की पार्षद सुशीला देवी पर 1.96 लाख,
वार्ड संख्या-7 की पार्षद गीता देवी पर 1.51 लाख,
वार्ड संख्या-8 की नीलम देवी पर 1.29 लाख,
वार्ड संख्या-9 की पार्षद गुलनयारा खातून पर 67 हजार,
वार्ड संख्या-10 की पार्षद सजरूल नेशा पर 84 हजार,
वार्ड संख्या-11 की पार्षद मीरा देवी पर 81 हजार,
वार्ड संख्या-12 के पार्षद माधव प्रसाद पर 80 हजार,
वार्ड संख्या-13 के पार्षद मनोहर प्रसाद पर 1.26 लाख और
वार्ड संख्या-14 की पार्षद चंदा कुमारी पर 54 हजार बकाया था।