बेटी को न्याय दिलाने के लिए दर-दर भटक रही बीजेपी नेता, जनता दरबार में भी शिकायत बेअसर

बेटी को न्याय दिलाने के लिए दर-दर भटक रही बीजेपी नेता, जनता दरबार में भी शिकायत बेअसर

PATNA : बेटी को न्याय दिलाने के लिए भारतीय जनता पार्टी की महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश उपाध्यक्ष विनीता मिश्रा दर-दर की ठोकरें खा रही हैं. लेकिन कहीं से उन्हें न्याय नहीं मिल रहा है. बिहार के मुख्यमंत्री से लेकर डीजीपी तक से न्याय की गुहार लगा चुकी विनीता मिश्रा ने गुरूवार को बीजेपी के सहयोग कार्यक्रम में विधि मंत्री से मिलकर आवेदन सौंपा और न्याय की मांग की.


प्रदेश उपाध्यक्ष विनीता मिश्रा ने अपना दर्द बयां करते हुए " मेरी बेटी श्रद्धा मिश्रा के केस में अब तक मुख्य न्याय नहीं मिला. इसलिए आज सहयोग कार्यक्रम में मैंने बिहार के विधि मंत्री प्रमोद कुमार से मिलकर शिकायत की है कि इस मामले में अब तक पुलिस विफल रही है." उन्होंने आगे कहा कि बिहार में हमारी सरकार रहते भी 5 सालों में मुझे न्याय नहीं मिला है."


रोती-बिलखती हुई विनीता मिश्रा ने कहा कि "शादी के दो साल बाद मेरी बेटी आत्महत्या कर ली थी. जिसे लेकर मैंने पुलिस में शिकायत की लेकिन 5 साल बीत जाने के बावजूद भी आज तक इस केस में कुछ भी नहीं हुआ. यहां तक कि दोषियों को आज तक पुलिस गिरफ्तार भी नहीं कर पाई. मुख्यमंत्री से भी तीन बार शिकायत की लेकिन सीएम के यहां से बार-बार यही जवाब मिला कि डीजीपी को इसकी जानकारी दी गई है."


प्रदेश उपाध्यक्ष विनीता मिश्रा ने कहा कि "मैं 20 साल से बीजेपी में हूँ लेकिन इस सरकार में महिलाओं के साथ न्याय नहीं हो रहा. मै भी उम्मीद खो चुकी हूं. मुझे उम्मीद ही नहीं कि कुछ नहीं हो सकता है. प्रशासन के लोग एक बात नहीं सुनते हैं. मेरी जैसी कई महिलाएं अपनी शिकायत लेकर पुलिस के पास जाती हैं लेकिन पुलिसवाले उनकी एक नहीं सुनते."


आपको बता दें कि पटना के लालजी टोला स्थित आरके प्लाजा में रहने वाली बीजेपी की प्रदेश उपाध्यक्ष और लक्ष्मीनारायण मिश्रा की पत्नी विनीता मिश्रा की बेटी श्रद्धा मिश्रा ने ससुराल में 5 साल पहले अक्टूबर 2016 में आत्महत्या कर ली थी. शादी के महज कुछ ही दिनों के बाद ये घटना हुई थी. जिसके बाद इन्होंने पटना के गांधी मैदान थाने में शिकायत की. जहां 8 अक्टूबर 2016 को कांड संख्या 394/16 दर्ज किया गया. आईपी की धारा 306, 304B और 34 के तहत श्रद्धा के पति सुमित सौरभऔर उसके घर वालों के खिलाफ दहेज़ हत्या और आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज हुआ. 


इस मामले में अब तक किसी की गिरफ़्तारी नहीं होने से दुःखित विनीता मिश्रा ने गुरूवार को बीजेपी दफ्तर में सेहोग कार्यक्रम में बिहार के विधि मंत्री प्रमोद कुमार को एक आवेदन सौंपा. इस आवेदन में उन्होंने लिखा है कि "न्याय की आस लिए दर दर भटकते-भटकते इस मामले में आरोपपत्र 7 दिसंबर 2019 को समर्पित किया गया. यह मामला पटना के ACJM मिस लीला, सब जज 15 के न्यायालय में लंबित है."


विनीता मिश्रा ने अपने आवेदन में पटना हाईकोर्ट के वकील योगेश चन्द्र वर्मा के ऊपर भी बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने लिखा है कि पटना हाईकोर्ट के एडवोकेट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष और बिहार स्टेट बार काउंसिल के सदस्य योगेश चन्द्र वर्मा अपने प्रभाव का इस्तेमाल करके इस मामले को लंबा खिंच रहे हैं. क्योंकि आरोपी उनके करीबी रिश्तेदार हैं. 5 साल बीत जाने के बाद भी मामला ज्यों का त्यों अटका पड़ा है.