ब्रेकिंग न्यूज़

IIT खड़गपुर के छात्र की हॉस्टल से मिली लाश, बिहार के शिवहर का रहने वाला था आसिफ कमर, परिजनों ने की जांच की मांग मदद की बजाय वीडियो बनाते रहे लोग, कार में जिंदा जल गया युवक NEET पास कराने का झांसा देकर करोड़ों की ठगी, 3 दलाल को STF ने दबोचा Bihar Politics: ‘बिहार में बनेगी महागठबंधन की सरकार’ पटना में बैठक के बाद मुकेश सहनी का बड़ा दावा बड़हरा की बेटी सोनाली सिंह ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में बढ़ाया कदम, आत्मनिर्भर बनने के लिए किया प्रेरित Pahalgam Attack: पाकिस्तान के खिलाफ भारत का एक और स्ट्राइक, बगलिहार बांध से चिनाब नदी का पानी रोका Pahalgam Attack: पाकिस्तान के खिलाफ भारत का एक और स्ट्राइक, बगलिहार बांध से चिनाब नदी का पानी रोका शराब के बाद गांजा तस्करी के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे धंधेबाज, एम्बुलेंस से 78 kg गांजा बरामद, 3 तस्कर गिरफ्तार महज 11 साल की उम्र में जीजा से शादी, 12 साल बाद देवर से हो गया प्यार; दिलचस्प है कहानी BIHAR NEWS: सहरसा रेलवे यार्ड में बड़ा हादसा, इंजन सेंटिंग के दौरान दो पॉइंट्समैन घायल

बिहार फिर शर्मसार, बेटे की लाश बोरे में लेकर 3 KM पैदल चला पिता, नहीं मिली एम्बुलेंस की सुविधा

1st Bihar Published by: Updated Sun, 07 Mar 2021 09:29:09 AM IST

बिहार फिर शर्मसार, बेटे की लाश बोरे में लेकर 3 KM पैदल चला पिता, नहीं मिली एम्बुलेंस की सुविधा

- फ़ोटो

KATIHAR : बिहार सरकार भले ही विकास के लाख दावे करती हो लेकिन एक बार फिर से एक तस्वीर सामने निकलकर आई है जिसे देखने के बाद विकास की सारी सच्चाई पता लग जाएगी. यह तस्वीर कटिहार जिले के कुर्सेला थाना क्षेत्र की है जहां एक पिता अपने बेटे के शव को बोरे में बंद कर तीन किलोमीटर तक पैदल चलने को मजबूर है. शव को ले जाने के लिए न ही एक एम्बुलेंस की व्यवस्था कराई गई और न ही किसी ने सहानुभूति दिखाई. जब पिता को मदद मिलने की उम्मीद नहीं दिखाई दी तो उसने अपने बेटे के शव को बोरे में बंद कर दिया और पैदल ही निकल पड़ा. 


दरअसल, भागलपुर जिला के गोपालपुर थाना क्षेत्र के तीनटंगा गांव में नदी पार करने के दौरान नीरू यादव का 13 वर्षीय पुत्र हरिओम यादव नाव से गिर गया था और वह लापता था. इस बाबत गोपालपुर थाना में भी गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया गया था. लेकिन पिता को खोजबीन के दौरान पता चला कि बेटे का शव पास के ही कटिहार जिले के कुर्सेला थाना क्षेत्र के खेरिया नदी के तट पर तैर रहा है. इसी सूचना पर पिता नीरू यादव जब घाट पर पहुंचे तो उन्हें बेटे का शव सड़ी-गली हालत और जानवरों से नुचा हुआ मिला. कपड़ों की वजह से पिता ने अपने बेटे के शव की पहचान की. 


शव के अंतिम संस्कार के लिए भागलपुर लेकर जाना था लेकिन इसके लिए प्रशासन द्वारा एक एम्बुलेंस तक की व्यवस्था नहीं कराई गई. ऐसे में पिता ने अपने बेटे के शव को बोरे में बंद किया और तीन किलोमीटर तक पैदल चलकर ले गए. परेशान पिता ने कहा कि करें तो क्या करें, किसी भी थाना पुलिस ने तो गाड़ी उपलब्ध करवायी और न कोई सहानुभूति दिखाई. अब इस सिस्टम से कितने देर तक गुहार लगाते. इसलिए मजबूरी में बच्चे के शव को इसी तरह लेकर आ गए. हालांकि मामले की जानकारी जब कटिहार अनुमंडल पुलिस अधिकारी को मिली तो उन्होंने इस मामले को लेकर जांच के आदेश दिए.