PATNA : बिहार चुनाव में 10 लाख बेरोजगारों को नौकरी देने का वादा करने वाली आरजेडी पार्टी के सीनियर लीडर शिवानंद तिवारी ने नीतीश सरकार के ऊपर हमला बोला है. शिवानंद तिवारी ने कहा है कि नीतीश सरकार नौकरी देने के बदले नौकरी छीनने वाली है. उन्होंने कहा कि "सरकार के विभिन्न विभागों में निविदा पर काम कर रहे लोग सरकारी सेवक नहीं हैं. एक महीने का अग्रिम मानदेय देकर कभी भी उनको कार्य मुक्त कर दिया जा सकता है."
शिवानंद तिवारी ने आगे कहा कि "नौकरी देने की तो नहीं, बिहार सरकार ने नौकरी समाप्त कर देने की नीति की घोषणा ज़रूर कर दी है. स्मरण होगा कि विधानसभा चुनाव अभियान के दरमियान नेता प्रतिपक्ष, तेजस्वी यादव ने घोषणा की थी कि अगर उनकी सरकार बन गई तो मंत्रिमंडल की पहली बैठक में वे दस लाख नौजवानों को नौकरी देने के आदेश पर दस्तख़त कर देंगे. इसके जवाब में नीतीश कुमार और उनके गठबंधन की ओर से घोषणा की गई कि चुनाव के बाद उनकी सरकार बनते ही उन्नीस लाख युवाओं को हम काम देंगे."
उन्होंने कहा कि "अभी तक तो नीतीश जी की सरकार का पूर्ण रूप से गठन ही नहीं हो पाया है. लेकिन इस आधी अधूरी सरकार ने अलग-अलग विभागों में निविदा पर बहाल लाखों लोगों के भाग्य का फ़ैसला सुना दिया. सरकार ने बता दिया कि सरकार के विभिन्न विभागों में निविदा पर काम कर रहे लोग सरकारी सेवक नहीं हैं. एक महीने का अग्रिम मानदेय देकर कभी भी उनको कार्य मुक्त कर दिया जा सकता है."
"आज न कल नीतीश जी हमें नियमित सरकारी सेवक बना देंगे यह उम्मीद लगाए लाखों निविदा कर्मियों की उम्मीदों पर नीतीश जी की सरकार ने तुषारापात कर दिया. आगे-आगे देखिए अब होता है क्या"