नीतीश के गृह क्षेत्र में मुकेश सहनी ने किया वादा, कहा..हमारी सरकार बनी तो निषाद के खाते में 3 महीने तक दिया जाएगा ₹5000 बम की धमकी से मचा हड़कंप: यूके से दिल्ली आ रही एयर इंडिया फ्लाइट की सऊदी अरब में इमरजेंसी लैंडिंग Life Style: जब उम्मीद बाकी हो, तो कोशिशें चमत्कार कर सकती हैं; जानिए... राजा की कहानी परमानंदपुर पंचायत में VIP नेता संजीव मिश्रा का जनसंपर्क अभियान, बोले..अब गांव की सरकार गांव के लोगों के हाथ में होनी चाहिए Road Accident: आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे सड़क हादसे में बिहार के युवक की मौत, बिजनेस के सिलसिले में गए थे दिल्ली Bihar Crime News: दरभंगा में आधी रात भीषण डकैती, परिवार को बंधक बना बदमाशों ने की जमकर लूटपाट Bihar News: नाबालिग से गैंगरेप मामले में 8 दोषियों को उम्रकैद, 5 लाख मुआवजे का भी आदेश Bihar Crime News: शॉपिंग सेंटर के मालिक पर फायरिंग, बाइक पर सवार होकर आए थे बदमाश Bihar Crime News: 45 वर्षीय की निर्मम हत्या से मची सनसनी, क्रूरता की सभी हदें पार Small Business Ideas: नौकरी की कमाई काफी नहीं? कम निवेश में शुरू करें ये शानदार बिजनेस
1st Bihar Published by: Updated Mon, 16 Dec 2019 08:51:26 AM IST
- फ़ोटो
PATNA: बिहार स्टेट इलेक्ट्रॉनिक्स डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड यानी बेल्ट्रॉन के नाम पर रोजगार देने के एवज में 8 लाख लोगों से ठगी करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. साइबर अपराधियों ने पहले बेल्ट्रॉन की फर्जी वेबसाइट बनाई उसके बाद आईटी ब्वॉय की नियुक्ति के लिए विज्ञापन भी निकाल दिया.
जॉब की वेकेंसी निकालने के बाद लोगों से मोटी रकम एंठने के लिए जालसाजों ने फर्जी इंटरव्यू भी करा दिया. जालसाजों ने 8 लाख युवाओं को चूना लगाया है. जो 8 लाख युवा इस फर्जीवाड़े का शिकार हुए हैं, उनमें से 2 लाख युवा बिहार के रहने वाले हैं. अन्य युवा ज्यादातर पड़ोसी राज्य झारखंड के रहने वाले हैं.
ठगी का शिकार एक युवक जब पटना के बेल्ट्रॉन ऑफिस पहुंचकर आईटी ब्वॉय के पोस्ट पर इंटरव्यू देने के बाद जब डॉक्टूमेंट्स वेरिफाई करने पहुंचा, तब पूरे मामले का खुलासा हुआ. जिसके बाद बेल्ट्रॉन के प्रोजेक्ट लीड जाहिद लतीफ ने शास्त्रीनगर थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया है. वहीं बेल्ट्रॉन के एमडी राहुल सिंह ने बताया कि बेल्ट्रॉन में किसी भी पद के लिए कोई वेकेंसी नहीं निकाली गई है. फर्जी बेवसाइट बनाकर लोगों को ठगने के लिए जालसाजों ने पूरा कांड रचा है. जांच में पता चला है कि बेल्ट्रॉन की फर्जी वेबसाइट को 20 सितंबर 2019 से ही ऑपरेट किया जा रहा था. फर्जी वेकेंसी डालने वाले शातिर बिहार और यूपी से साइट को ऑपरेट कर रहे थे.