बेलगाम अफसरशाही से नाराज हैं JDU के नेता-कार्यकर्ता, उपेन्द्र कुशवाहा के सामने लग रहा शिकायतों का ढेर

बेलगाम अफसरशाही से नाराज हैं JDU के नेता-कार्यकर्ता, उपेन्द्र कुशवाहा के सामने लग रहा शिकायतों का ढेर

PATNA : जनता दल यूनाइटेड को नंबर वन पार्टी बनाने के लिए उपेंद्र कुशवाहा लगातार बिहार का दौरा कर रहे हैं. कुशवाहा राज्य के अलग-अलग जिलों में जाकर जेडीयू के नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर रहे हैं. कुशवाहा का मकसद है कि संगठन को इस दौरे से मजबूत बनाया जाए और कार्यकर्ताओं और नेताओं के बीच सरकार होने के बावजूद जो गुस्सा या उदासीनता है उसे खत्म करते हुए नई जान डाली जाए. 


बिहार दौरे पर निकले कुशवाहा के सामने सबसे बड़ी चुनौती बिहार में बेलगाम अफसरशाही है. उपेंद्र कुशवाहा आज भागलपुर में हैं. कल उन्होंने नवगछिया और कहलगांव का दौरा किया था जहां जदयू कार्यकर्ताओं और नेताओं से मुलाकात के दौरान उन्हें अफसरशाही के खिलाफ ढेर सारी शिकायतें मिली.


नवगछिया और कहलगांव में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि बिहार में नीतीश सरकार गरीबों के लिए कई योजनाएं चला रही हैं. व्यवस्था में से छेड़छाड़ करने वालों को सरकार कभी नहीं बख्शेगी. कुशवाहा ने कहा कि विकास कार्यों में कुछ अफसर लापरवाही बरत रहे हैं. ऐसे अफसरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. 



उपेंद्र कुशवाहा के सामने पार्टी के नेता और कार्यकर्ता लगातार इस बात की शिकायत कर रहे हैं कि अधिकारी उन्हें तरजीह नहीं देते. बिहार में उनकी पार्टी की सरकार है, बावजूद इसके एक अदना सा अधिकारी भी किसी नेता की बात नहीं सुनता. कुशवाहा के सामने जब ऐसी शिकायतें आ रही हैं तो वह अधिकारियों से सख्ती से निपटने की बात कह रहे हैं.


इतना ही नहीं उपेंद्र कुशवाहा ने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को स्पष्ट मैसेज दिया है कि सरकारी योजनाओं की मॉनिटरिंग करें. जो अधिकारी गड़बड़ी कर रहे हैं उनके बारे में जानकारी इकट्ठा करें और सबूत के साथ उन्हें मुहैया कराएं. ऐसे अधिकारियों पर सरकार कार्रवाई करेगी. 


उपेंद्र कुशवाहा ने भागलपुर पहुंचने पर पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं को भी संबोधित किया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने एक बार फिर से जनता दरबार कार्यक्रम शुरू किया है. अफसरशाही बेलगाम ना हो इसके लिए खुद मुख्यमंत्री अब सख्ती बरत रहे हैं. गड़बड़ी करने वाले अधिकारियों पर नकेल कसी जा रही है. ऐसे में निचले स्तर पर जेडीयू के ग्रासरूट वर्कर को भी सचेत रहना होगा.