BEGUSARAI: बेगूसराय के सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया। उन्होंने मोदी सरकार के 9 साल को बेमिसाल बताया वहीं विपक्षियों को अपने निशाने पर लिया। इस दौरान उन्होंने नीतीश कुमार के विपक्षी एकता पर चुटकी लेते हुए कहा कि 12 जून को नीतीश कुमार एकता बैठक को जरूर संबोधित करें लेकिन उन्हें यह भी याद दिलाएंगे की 25 और 26 जून भी नजदीक है। वह इस दिन जयप्रकाश नारायण को याद कर गंगाजल, बालू और गोबर का सेवन कर आपातकाल का प्रायश्चित करें।
वहीं उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार पीएम बनने का सपना देख रहे हैं। ऐसे प्रधानमंत्री बनना मुंगेरीलाल का हसीन सपना के समान है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और संजय झा को धन्यवाद दिया जो आज सिमरिया पहुंचकर गंगा घाट को जानकी पौड़ी की तर्ज पर बनाने की बात कर रहे हैं। भारत सरकार ने नमामी गंगे योजना से बेगूसराय का विकास की शुरुआत की थी। उन्होंने कहा कि यह भाजपा और जदयू की सरकार में आगे बढ़ा था।
गिराराज सिंह ने बरौनी रिफाइनरी के द्वारा 10 हजार रुपया सालाना टैक्स बिहार को दिए जाने पर कहा की इसमें एक खास हिस्सा बेगूसराय के विकास पर खर्च करना चाहिए। इस दौरान गिरिराज सिंह ने दिल्ली में साक्षी हत्याकांड को लेकर बड़ा बयान दिया है उन्होंने कहा कि जिस तरीके से टुकड़े-टुकड़े गैंग के द्वारा साक्षी की हत्या की गई। टुकड़े टुकड़े गैंग एवं नीतीश जी को सबक सीख लेनी चाहिए जब केरल स्टोरी बनी तो उसमें भी इन लोगों को काफी दिक्कते हुई थी। साक्षी की मौत से नीतीश कुमार और टुकड़े टुकड़े गैंग सबक सीखे।
उन्होंने कहा कि आज केरल स्टोरी सच साक्षी है जिसकी हत्या कर दी गयी है। टुकड़े-टुकड़े गैंग लोगों में भ्रम ना फैलाए यदि ये होते रहा तो देश के लिए दुर्भाग्य होगा। उन्होंने कहा कि श्रीबाबू के बाद थोक में अगर बेगूसराय में विकास हुआ वो मोदी जी ने 9 साल में किया है। जो रिफायनरी बंद होने के कगार पर था अब वो पेट्रो कैमिकल के रूप में अवस्थित होगा। बेगूसराय को प्रति वर्ष विकास के लिए 10 हजार करोड़ रूपया दिये जाने की मांग की।
वही नए संसद भवन के उद्घाटन में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह के शामिल होने पर उन्हीं की पार्टी जदयू ने नाराजगी जताई है। इस सवाल पर गिरिराज सिंह ने कहा कि हरिवंश जी देश के जाने माने केवल राज्यसभा के उपसभापति नहीं बल्कि एक पत्रकार भी है। उनकी गरिमा को नीतीश कुमार ठेस पहुंचा रहे हैं। नीतीश कुमार भूले नहीं खुद अपने चेहरे को आईने में देखें।