बेगूसराय फायरिंग का खुलासा: एसपी ने कहा-दहशत फैलाने के लिए की गयी गोलीबारी, पुलिस की कहानी में कई छेद

बेगूसराय फायरिंग का खुलासा: एसपी ने कहा-दहशत फैलाने के लिए की गयी गोलीबारी, पुलिस की कहानी में कई छेद

BEGUSARAI: मंगलवार की शाम बेगूसराय में नेशनल हाइवे पर ताबड़तोड़ फायरिंग करने के मामले को पुलिस ने आज सुलझा लेने का दावा किया है. बेगूसराय के एसपी ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि गोलीबारी में शामिल दो अपराधियों घटना की प्लानिंग रचने वाले दो और अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. अपराधियों का मकसद दहशत फैलाना था. हालांकि पुलिस की कहानी में कई छेद साफ दिख रहे हैं.


पुलिस का खुलासा

बेगूसराय फायरिंग को लेकर आज एसपी ने प्रेस कांफ्रेंस की. एसपी योगेंद्र कुमार ने कहा कि चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. जिसमें दो फायरिंग में शामिल थे तो दो उसकी प्लानिग में. उनके पास से दो देशी पिस्टल और 5 कारतूस बरामद किया गया है. एसपी ने कहा कि फायरिग मे शामिल दो औऱ लोगों की पहचान हो गयी है, उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. वैसे इस कांड की प्लानिंग में कुछ और लोग शामिल हैं. पुलिस छानबीन और छापेमारी में लगी है.


एसपी ने कहा कि फायरिंग के बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज औऱ टेक्नीकल सर्विलांस से अपराधियों का पता लगाया. सीसीटीवी में फायरिंग करने वाले जिन अपराधियों की तस्वीर आयी थी, उसमें से एक की पहचान हो गयी थी. वह युवराज नाम का युवक था. पुलिस ने युवराज को पकड़ा तो उसने गोलीबारी में शामिल होने की बात स्वीकारी. एसपी के मुताबिक युवराज ने पुलिस को बताया कि वह बाइक चला रहा था औऱ उसके पीछे बैठकर सुमित नाम का अपराधी गोलियां बरसा रहा था. 


एसपी के मुताबिक युवराज ने कहा कि घटना के दिन उसने पीले रंग की टीशर्ट पहन रखी थी, जो सुमित के घर पर छिपा दिया गया है. उसके बयान के आधार पर पुलिस ने सुमित के घर पर छापेमारी की और वहां से वह पीला टीशर्ट के साथ साथ दो देशी पिस्टल औऱ पांच गोली भी बरामद की गयी. एसपी के मुताबिक इस घटना की प्लानिंग में चुनचुन और केशव उर्फ नगवा के शामिल होने की बात पता चली. उसके बाद पुलिस ने छापेमारी कर चुनचुन को तो गिरफ्तार कर लिया लेकिन नगवा बेगूसराय से भाग रहा था. उसे ट्रेन से झाझा से गिरफ्तार किया गया. एसपी के मुताबिक चुनचुन औऱ केशव गोली चलाने में शामिल नहीं था लेकिन जो फायरिंग कर रहे थे उनसे लगातार मोबाइल पर संपर्क में था. पुलिस को पता चला है कि चुनचुन औऱ केशव ने फायरिंग की प्लानिंग की थी. 


एसपी ने कहा कि फायरिंग के आरोपियों को पकड़ने के लिए चार खास टीमें बनाई गई थीं. बेगूसराय के आसपास के 6 जिलों की पुलिस टीमें, एसटीएफ, सीआईडी और एटीएस भी आरोपियों को पकड़ने के लिए जुटी थीं. हाईवे पर लगे 22 सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए. सीसीटीवी कैमरे के फुटेज और मोबाइल लोकेशन के आधार सारे कांड का खुलासा हुआ. 


उधर पटना में एडीजी हेडक्वार्टर संतोष कुमार गंगवार ने प्रेस कांफ्रेंस किया. एडीजी ने कहा कि पुलिस ने प्रथम दृष्टया इस मामले का उदभेदन कर लिया है. चार मुख्य अपराधी जो इस घटना में शामिल थे उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. उनके पास से कपड़े से लेकर हथियार और मोटरसाइकिल बरामद किया गया है. एडीजी ने कहा कि इस मामले में साजिश हुई थी. साजिश का पता लगाया जा रहा है.


पुलिस की कहानी में कई छेद

पुलिस ने बेगूसराय फायरिंग के मामले का खुलासा कर देने का दावा तो किया है लेकिन इसमें कई छेद साफ साफ नजर आ रहे हैं. देखिये कौन से सवाल अनसुलझे हैं.

* पुलिस कह रही है कि अपराधियों ने देशी पिस्टल से फायरिंग की. मंगलवार की शाम अपराधियों ने हाइवे पर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी. क्या देशी पिस्टल से ताबड़तोड़ फायरिंग की जा सकती है. 

* पुलिस ने घटना में शामिल अपराधियों की क्राइम हिस्ट्री बतायी है. इसमें गोली चलाने में शामिल युवराज पर पहले से कोई केस दर्ज नहीं है. उसके साथ गोली चलाने में शामिल होने का आऱोप सुमित पर लगाया जा रहा है. उस पर पहले से आर्म्स एक्ट का सिर्फ एक मुकदमा दर्ज है. जाहिर है पुलिस जिन्हें फायरिंग करने वाला करार दे रही है, उनकी कोई हिस्ट्री नहीं है. क्या नौसिखिये अपराधी इतनी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते है.

* पुलिस कह रही है कि दहशत फैलाने के लिए फायरिंग की गयी. आखिरकार अपराधी दहशत क्यों फैलाना चाह रहे थे. इससे उन्हें क्या लाभ हो सकता है. 

* इस मामले में बेगूसराय में एसपी औऱ पटना में एडीजी हेडक्वार्टर ने फायरिंग को लेकर प्रेस कांफ्रेंस की. बेगूसराय एसपी ने कहा कि युवराज और सुमित ने फायरिंग की. पटना में एडीजी ने कहा कि वे नहीं बता सकते कि किसने गोली चलायी. 

* पटना में एडीजी ने कहा कि पुलिस जांच में ये बात सामने आ रही है कि किसी औऱ ने इस फायरिंग की प्लानिंग की थी. जिसने प्लानिंग की थी वह कह रहा था हमारा दहशत कम हो रहा है इसलिए फायरिंग करायी गयी. मीडिया ने पूछा कि आखिरकार किसकी दहशत कम हो रही थी, किसने गोली चलाने का आर्डर दिया. एडीजी ने कहा कि ये पुलिस के अनुसंधान और केस डायरी में आय़ेगा. अभी वे नहीं बतायेंगे कि वो प्लानर कौन है.

* इस घटना में पकडे गये एक अभियुक्त के परिजनों ने सीसीटीवी फुटेज दिया है जिसमें उनका लड़का मंगलवार की शाम साढ़े पांच बजे होटल में बैठा दिख रहा है. मीडिया ने एडीजी से इस बाबत सवाल पूछा तो एडीजी ने कोई जवाब देने  से इंकार कर दिया. एडीजी बोले-पुलिस ने सारा अनुसंधान कर किसी की गिरफ्तारी की है.