बारिश में डूबा कोरोना सेंटर, ठेला पर सवार होकर आते-जाते हैं डॉक्टर और नर्स

बारिश में डूबा कोरोना सेंटर, ठेला पर सवार होकर आते-जाते हैं डॉक्टर और नर्स

PATNA :  बिहार में कोरोना का संक्रमण काफी तेजी से बढ़ रहा है. मानसून के कारण कई जिलों में तेज बारिश भी हो रही है. कई नदियां अपने उफान पर हैं. इसी बारिश में स्वास्थ्य व्यवस्था की भी पोल खुल है. जहां कोरोना मरीजों का इलाज होना चाहिए, दरअसल वो अस्पताल ही बारिश की पानी में डूब गया है. स्वास्थ्य विभाग की बदहाली की ये तस्वीर और सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रही है.


बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव ने बारिश की पानी में डूबे कोरोना सेंटर की तस्वीर को ट्वीट कर सरकार की व्यवस्था पर सवाल उठाया है. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेजप्रताप ने इस तस्वीर को ट्वीट करते हुए तंज कसा है. उन्होंने लिखा है बदसूरत "विकास" की खूबसूरत तस्वीर..!



मामला सुपौल जिले के नगर पंचायत के वार्ड नंबर-12 का है. जहां पब्लिक रेस्ट हॉउस में बने कोविड केयर सेंटर की स्थिति काफी दयनीय है. कई दिनों तक हुई लगातार बारिश में कोविड केयर सेंटर के परिसर में घुटने से भी ज्यादा पानी भर गया है. जिसके कारण डॉक्टरों और नर्सों को आने-जाने में काफी असुविधा हो रही है.



कोरोना केयर सेंटर में जिन नर्सों और डॉक्टरों की ड्यूटी लगी हुई है, उन्हें मुख्य सड़क से अंदर कमरे तक जाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इस कोविड केयर सेंटर की एक ऐसी तस्वीर वायरल हो रही है, जो वाकई में हैरान करने वालो है. वायरल तस्वीर में दिख रहे शख्स की पहचान डॉ अमरेंद्र कुमार के रूप में हुई है, जो ठेले के ऊपर कुर्सी पर बैठ कर कोविड केयर सेंटर के परिसर होकर घुटने भर पानी में जा रहे हैं.


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उन्होंने बताया कि कोविड केयर सेंटर में फिलहाल दो मरीज हैं. कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के बीच कोविड केयर सेंटर की ऐसी दुर्दशा कहीं से भी अनुकूल नहीं दिखाई देती और आलाधिकारियों को इस मसले पर गंभीरता के साथ निर्णय लेने की जरूरत है.


मामले को लेकर पूछे जाने पर स्वास्थ्य प्रबंधक एस अदीब अहमद ने बताया कि जलजमाव की समस्या के बाबत वरीय अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है. जल्द ही जलनिकासी की प्रक्रिया शुरू की जायेगी.


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मामले को लेकर पूछे जाने पर स्वास्थ्य प्रबंधक एस अदीब अहमद ने बताया कि जलजमाव की समस्या के बाबत वरीय अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है. जल्द ही जलनिकासी की प्रक्रिया शुरू की जायेगी.