BANKA : बांका जिले के अमरपुर प्रखंड के अलग-अलग गांवों में रविवार को संदिग्ध अवस्था में 12 लोगों की मौत हो गई। एसडीपीओ दिनेश चंद्र श्रीवास्तव व एसडीएम डॉ. प्रीति ने गांवों में जाकर घटना की जानकारी ली। परिजनों के अनुसार, शनिवार रात को सभी लोग पेट दर्द, उल्टी होने व आंखों की रोशनी चले जाने की शिकायत कर रहे थे।
स्थिति गंभीर देख परिजनों ने रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया। कुछ मरीजों को भागलपुर लाया गया। रविवार दोपहर बाद तक 12 लोगों की मौत हो गई। आधा दर्जन से अधिक का अब भी इलाज चल रहा है। चर्चा रही कि होली पर शराब पीने से ही सभी की मौत हुई है। लेकिन अब प्रशासन की जो रिपोर्ट आई है उसमें जहरीली शराब से मौत से इंकार कर दिया गया है।
अनुमंडल पदाधिकारी बाका एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बांका से इस मामले की संयुक्त जाँच करायी गई। जाँच के क्रम में सभी मृतक के परिजन का बारी-बारी से बयान लिया गया। परिजनों द्वारा बीमारी से मौत होने की बात बतायी गयी है। सभी शव का अंत्येष्टि किया जा चुका है। किसी भी शव का पोस्टमार्टम नहीं हुआ है। अब तक जांच में जहरीली शराब पीने से मौत होने की पुष्टि नहीं हुई है।
बता दें कि बांका व मधेपुरा जिले में संदेहास्पद स्थिति में 37 लोगों की मौत हो गयी. इनमें भागलपुर में 22, बांका में 12 व मधेपुरा में तीन लोगों की जान चली गयी. मौत का यह सिलसिला शनिवार रात से लेकर रविवार दिन तक चला. बीमार होने वाले लोगों की एक ही शिकायत थी- पेट दर्द, उल्टी व दिल की धड़कन का तेज होना.
घटना के बाद प्रशासन अलर्ट हो गया और छापेमारी के साथ ही अस्पताल में इलाज की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की गयी. डीएम व एसएसपी के साथ ही संबंधित जिलों के अधिकारी भी इस घटना पर लगातार नजर रखे हुए थे और संबंधित अधिकारियों से मिलकर दिशा-निर्देश देते रहे.