DELHI: बांग्लादेश में तख्तापलट को लेकर खुफिया जानकारी सामने आई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने बांग्लादेश में तख्तापलट की साजिश रची है। खुफिया रिपोर्ट में कहा गया है कि आईएसआई ने ही बांग्लादेश में हिंसा को भड़काने के लिए छात्र शिविर संगठन का इस्तेमाल किया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, खुफिया की रिपोर्ट में बताया गया है कि जिस छात्र शिविर संगठन को इस्तेमाल हिंसा भड़काने के लिए किया गया है वह बांग्लादेश में प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी का ही हिस्सा है। जमात-ए-इस्लामी को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का समर्थन है। पिछले दिनों शेख हसीना की सरकार ने जमात-ए-इस्लामी, छात्र संगठन और अन्य संगठनों को बैन कर दिया था, जिसके खिलाफ इन संगठनों ने सड़क पर उतरकर हंगामा किया था।
रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के कार्यवाहक चीफ खालिदा जिया के बेटे की साठंगांठ पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से होने के पुख्ता सबूत सरकार के पास थी। लंदन में आईएसआई के साथ मिलकर ऑपरेशन की रूपरेखा को तय किया गया था। पूरी रणनीति तय करने के बाद साजिश को बांग्लादेश में अंजाम दिया गया।
खुफिया रिपोर्ट के अनुसर, बांग्लादेश के अधिकारी दावा कर रहे थे कि सऊदी अरब में तारिक रहमान और आईएसआई की बैठक हुई है। पाकिस्तानी हेंडलर्स ने सोशल मीडिया एक्स के जरिए भी शेख हसीना के खिलाफ सैकड़ों पोस्ट कर माहौल बनाने की कोशिश की गई।
आईएसआई की तरफ से प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी के स्टूडेंट विंग छात्र शिविर संगठन को सपोर्ट किया जा रहा था। इस संगठन को बांग्लादेश में हिंसा भड़काने और छात्रों के जरिए बड़े आंदोलन को अंजाम दिलाने का टास्क सौंपा गया था। इस हिंसा को लेकर अमेरिका भी सवालों के घेरे में है।