DESK: असम में अगले साल विधानसभा का चुनाव होने वाला है. इसको लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अपने असम मिशन में जुट गए हैं. कुछ दिन पहले बंगाल दौरे के दौरान शाह ने टीएमसी के कई विधायकों के बीजेपी में शामिल कराया था. गुवाहाटी में एक कार्यक्रम के दौरान शाह ने कहा कि असम में विकास की गंगा बह रही है और यहां के लोग अमन चैन से रह रहे हैं.
असम में विकास
शाह ने कहा कि असम में लगभग साढ़े 4 साल से असम के अंदर जो विकास की यात्रा पीएम मोदी के नेतृत्व में यहां सर्वानंद सोनोवाल और हेमंत विश्वा शर्मा की जोड़ी ने आगे चलाई है, इसका एक महत्वपूर्ण पड़ाव आज है. पीएम मोदी ने 2013 के चुनाव अभियान में कहा था कि जब तक पूर्वी भारत विकसित नहीं होता भारत का विकास असंभव है. 2014 में देश की जनता ने नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाया. उनके जो शब्द थें, उसको उन्होंने चरितार्थ किया है. आज राज्य के अंतर्गत 11 विधि कॉलेजों की स्थापना की आधारशिला रखी गई है. असम ने इस देश को गोगोई साहब के रूप में CJI देने का काम किया है. ये विधि विद्यालय अनेक ऐसे विद्वानों को हमारी न्याय प्रणाली को सुदृढ़ करने के लिए देंगे.
असम में शांति
शाह ने कहा कि असम में एक समय आंदोलनों का दौर आया.अलग-अलग बातों को लेकर आंदोलन हुए, सैकड़ों युवा मारे गए. असम की शांति को भंग कर दिया गया साथ ही असम के विकास को रोक दिया गया. पहले 5 साल में कभी कभार कोई प्रधानमंत्री पूर्वोत्तर में आता था. लेकिन पीएम मोदी ने 6 साल के अंदर स्वयं 30 बार पूर्वोत्तर के दौरा किया है और हर बार तौफा लेकर आये हैं. आज वो सभी संगठन मुख्य प्रवाह में शामिल हो गए हैं और आज युवा अपने नए स्टार्टअप के साथ विश्व भर के युवा के साथ स्पर्धा करके अपने अष्टलक्ष्मी को भारत की अष्टलक्ष्मी बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. एक जमाने में यहां के सारे राज्यों में अलगाववादी अपना एजेंडा चलाते थे, युवाओं के हाथों में बंदूक पकड़ाते थे. चुनाव का मौसम आने वाला है. फिर से ये अलगाववाद की बात करने वाले चेहरा और रंगरूप सब बदलकर लोगों के बीच में आएंगे. हमें उल्टा सुलटा समझाएंगे, आंदोलन की दिशा में ले जाएंगे.