बंध्याकरण के दौरान महिला की मौत पर परिजनों का हंगामा, डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप

बंध्याकरण के दौरान महिला की मौत पर परिजनों का हंगामा, डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप

BANKA: बेलहर के सीएचसी में बुधवार को एक महिला ने पांचवें बच्चे को जन्म दिया। जिसके बाद आशा कार्यकर्ता ने परिवार नियोजन की जानकारी दी। बताया कि बंध्याकरण कराने पर सरकार 4 हजार रुपये देती है। सरकारी सहायता मिलने की लालच में महिला ने बंध्याकरण करा लिया। लेकिन देर रात महिला की हालत अचानक बिगड़ गयी। जिसके बाद आनन फानन में महिला को बांका सदर अस्पताल में रेफर किया गया लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गयी। 


घटना के बाद परिजनों ने बेलहर सीएचसी में जमकर बवाल मचाया और डॉक्टरों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। सीएससी प्रभारी डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि महिला के शरीर में पहले से ही खून की कमी थी। बंध्याकरण के ऑपरेशन के बाद ब्लड प्रेशर लो हो गया था। हालत बिगड़ने के बाद उसे बांका सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया था लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। 


मृतका की पहचान बांका के बेलहर थाना क्षेत्र के गोआचक गांव निवासी विकास सिंह की 30 वर्षीय पत्नी चंचला कुमारी के रुप में हुई है। जिसकी शनिवार को इलाज के क्रम में मौत हो गयी। दो दिन पहले ही मृतका प्रसव हुआ था। शुक्रवार को आशा के कहने पर चार हजार रुपये सरकारी सहायता मिलने की लालच में बंध्याकरण ऑपरेशन करा दिया गया। जिसके बाद उसकी मौत हो गयी। घटना से गुस्साएं परिजनों ने घटना को विरोध में जमकर हंगामा मचाया और डॉक्टरों पर इलाज में कोताही बरतने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की। हंगामी की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद आक्रोशित परिजनों को शांत कराया और शव को पोस्टमार्टम के लिए बांका सदर अस्पताल भेजा। 


अस्पताल प्रशासन ने परिजनों को दो लाख रुपये सरकारी सहायता दिलाने का आश्वासन दिया। जानकारी के अनुसार मृतका चार बच्चों की मां थी। पांचवें बच्चे को बुधवार को जन्म दिया था। प्रसव के समय महिला के शरीर में महज 6.8 ब्लड था। प्रसव के बाद महिला घर चली गई। इसके बाद स्थानीय आशा कार्यकर्ता के कहने पर शुक्रवार की शाम पांच बजे बंध्याकरण का ऑपरेशन करा लिया। ऑपरेशन के कुछ घंटे बाद ही उसकी तबीयत बिगड़ गई। हालत नाजुक देख चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल बांका रेफर कर दिया। रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। 


घटना की खबर मिलते ही परिवार के लोगों में कोहराम मच गया। ग्रामीण भी आक्रोशित हो गए। शव सहित एम्बुलेंस को लेकर अस्पताल पहुंच गए और हंगामा करने लगे और चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाने लगे। अनियंत्रित भीड़ को देखकर घटना की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने पहुंचकर भीड़ को नियंत्रित किया। सीएससी प्रभारी डाॅक्टर अनिल कुमार ने बताया कि मृतका के शरीर में पहले से खून की कमी थी। आपरेशन के कुछ देर बाद ब्लड प्रेशर लो हो गया। हालत बिगड़ता देख बांका रेफर किया गया था लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।