PATNA: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गढ़ वाराणसी में 24 दिसंबर को जेडीयू की रैली होने वाली थी जो अब नहीं होगी। नीतीश की रैली को जगह नहीं मिली जिसके कारण इसे स्थगित कर दिया गया। जेडीयू की रैली के स्थगित होने के बाद बीजेपी और हम पार्टी का रियेक्शन भी सामने आया है। हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व बिहार के पूर्व मंत्री संतोष कुमार मांझी ने इसे लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि वास्तव में बनारस जाने की हिम्मत चच्चा की नहीं हो रही है। आखिर वे जाएँगे किस मुँह से!
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में मिली पटखनी की याद अचानक ताज़ा हो गई होगी! लिहाजा बहाना बनाकर कन्नी कटा ली। संतोष कुमार मांझी ने आगे कहा कि चच्चा आपका तो बिहार से भी विदाई अब तय है फिर आखिरी बेला में ज्यादा उछल - कूद से क्या फायदा। हालाँकि मेरी माननीय मुख्यमंत्री जी को नेक सलाह है.. आप भी अपने राजनीति के आखिरी बेला में काशी घूम आएँ.. मोदीजी का विकास देख आएँ.. मोदी मॉडल को आँखों से निहार लें..। महादेव का दर्शन करेंगे.. गंगा स्नान कर लेंगे ..अब और क्या चाहिए..
दरअसल 24 दिसंबर को जेडीयू की रैली प्रस्तावित थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गढ़ वाराणसी में रैली करने वाले थे। इस रैली को सीधे तौर पर लोकसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा था। इसे लेकर बीजेपी लगातार हमलावर थी। बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी सहित कई बीजेपी नेता नीतीश की वाराणसी में प्रस्तावित रैली को लेकर हमलावर नजर आए। वही बीजेपी सांसद रवि किशन ने भी जेडीयू की इस रैली को लेकर तंज कसा था। रवि किशन ने कहा कि था कि "महादेव की नगरी है, आएं. हमने सुना है कि जहां कण-कण में शिव हैं वहां नीतीश कुमार आ रहे हैं. नीतीश कुमार को मैं क्षमा के साथ कहना चाहता हूं क्योंकि बहुत बड़े लीडर हैं वो, आव फरिया ल"