बगहा: अनुमंडलीय अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए बेहतर व्यवस्था, ऑक्सीजन, बेड, दवा और डॉक्टर की कोई कमी नहीं

बगहा: अनुमंडलीय अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए बेहतर व्यवस्था, ऑक्सीजन, बेड, दवा और डॉक्टर की कोई कमी नहीं

BAGAHA: पूरे देश में कोरोना का कहर जारी है। इस महामारी से चारों ओर हाहाकार मचा हुआ है। हालत यह है कि कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। जिससे अस्पताल में बेड, दवाइयां और ऑक्सीजन की किल्लत हो गयी है जिससे मरीजों का इलाज नहीं हो पा रहा है। ऐसी स्थितियों के बीच एक राहत भरी खबर बगहा से आ रही है जहां अनुमंडलीय अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए 100 बेड का आइसोलेशन वार्ड तैयार किया गया है। वार्ड को तैयार करने से पहले अस्पताल प्रशासन ने ऑक्सीजन सिलेंडर पर विशेष ध्यान दिया है। इस छोटे से अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर भरे पड़े है। यहां से ऑक्सीजन सिलेंडर बेतिया मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में भी सप्लाई किया जा रहा है। वही सिविल सर्जन के आदेश पर ऑक्सीजन दूसरे जगहों पर भी भेजी जा रही है। 




बगहा अनुमंडलीय अस्पताल के अधीक्षक डॉ. केबीएन सिंह ने बताया कि अस्पताल में आक्सीजन पर्याप्त संख्या में है। महामारी से बचाव को लेकर अस्पताल प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। दवा और ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है वही मरीजों के इलाज के लिए डॉक्टरों की भी व्यवस्था की गयी है। 




गौरतलब है कि आम से लेकर खास लोगों से सैकड़ों खाली सिलेंडर लेने के बाद अस्पताल प्रशासन ने ऑक्सीजन रिफिलिंग करायाा। यही नहीं पिछले साल के ऑक्सीजन सिलेंडर जो पहले से ही अस्पताल में रखे हुए थे उसे भी उपयोग में ला रहे हैं। अस्पताल के हर बेड के पास ऑक्सीजन सिलेंडर लगाया गया है। यही नहीं वार्ड में कुर्सी, डस्टबीन की भी व्यवस्था की गयी है। डॉक्टरों के रोस्टर भी लगाए गये हैं। वही मरीजों के खाने पीने की भी पूरी व्यवस्था की गयी है। 




एक छोटे से जिले बगहा में कोरोना महामारी से लड़ने की जिस तरह से पूरी तैयारी की गई है वह मरीजों के लिए संजीवनी का काम करेगा। बगहा का यह छोटा अस्पताल अब मेडिकल कॉलेज को भी ऑक्सीजन सप्लाई कर रहा है। कोरोना त्रासदी के बीच अस्पताल प्रशासन द्वारा की गई तैयारियों की चर्चा इन दिनों खूब हो रही है। यहां के लोग भी यहां की व्यवस्था को देखकर काफी खुश हैं। यदि कभी किसी को कोई परेशानी होती है तो उन्हें राजधानी की ओर जाना नहीं पड़ेगा जबकि उनके अपने जिले में कोरोना से जुझ रहे लोगों का इलाज सुलभ होगा।