बदलाव की आशंका से घिरे उमेश कुशवाहा बिहार दौरे पर निकलेंगे, संगठन में सक्रियता दिखाने का प्रयास

बदलाव की आशंका से घिरे उमेश कुशवाहा बिहार दौरे पर निकलेंगे, संगठन में सक्रियता दिखाने का प्रयास

PATNA : विधानसभा चुनाव के बाद जनता दल यूनाइटेड में सांगठनिक के बदलाव किया गया था. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जेडीयू अध्यक्ष की कुर्सी छोड़ते हुए आरसीपी सिंह को जिम्मेदारी दी थी और प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी उमेश सिंह कुशवाहा को मिली थी. 10 जनवरी को उमेश कुशवाहा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बने थे लेकिन अब एक बार फिर से जेडीयू में सांगठनिक बदलाव की संभावना जताई जा रही है.


दरअसल आरसीपी सिंह के केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद लगातार यह चर्चा है कि किसी नए चेहरे को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जा सकता है.  राष्ट्रीय अध्यक्ष के दावेदारों में सबसे ज्यादा चर्चा उपेंद्र कुशवाहा के नाम की है. अगर उपेंद्र कुशवाहा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनते हैं. तो उमेश कुशवाहा का प्रदेश अध्यक्ष बने रह पाना मुश्किल होगा. नीतीश कुमार पार्टी में राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर पर नेतृत्व एक ही जाति के नेताओं को नहीं देना चाहेंगे. ऐसे में अगर कुशवाहा राष्ट्रीय अध्यक्ष बनते हैं तो उमेश कुशवाहा की भूमिका में भी बदलाव की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता.


पिछले दिनों ही प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक के दौरान यह बात तय हो गई कि आगामी 31 जुलाई को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी आयोजित होगी. राष्ट्रीय कार्यकारिणी में नए अध्यक्ष को लेकर चर्चा हो सकती है. हालांकि अब तक बैठक का एजेंडा घोषित नहीं किया गया है. लेकिन जेडीयू के अंदर पिछले कुछ मौकों पर जिस तरह बड़े बदलाव अचानक होते रहे हैं. उसे देखते हुए इस संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता.


उपेंद्र कुशवाहा के काम को लेकर नीतीश कुमार ने प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में तारीख की थी. नीतीश कुमार ने कहा था कि कुशवाहा बिहार दौरे पर निकले हैं और उन्हें जमीनी स्तर पर फीडबैक मिल रहा है और इससे संगठन को फायदा होगा. कुशवाहा की इस तारीफ को राजनीतिक जानकार अलग नजरिए से देख रहे हैं.


आपको बता दे कि उपेंद्र कुशवाहा पिछले कुछ दिनों से बिहार दौरे पर हैं. लगातार कई जिलों का उन्होंने दौरा किया है. पार्टी के ग्रास रूट वर्कर से लेकर नेताओं तक से उन्होंने मुलाकात की है. इस दौरे के दौरान में कुशवाहा ने यह भी कहा था कि बिहार में निचले स्तर पर अफसरशाही हावी है, जो पार्टी के लिए ठीक नहीं. उन्होंने प्रखंड स्तर पर काम करने वाले कार्यकर्ताओं और नेताओं को उचित सम्मान देने की भी बात कही थी. अब कुशवाहा के इस दौरे के बीच प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा भी बिहार दौरे पर निकलने वाले हैं.


उमेश कुशवाहा 24 जुलाई से चार दिवसीय दौरे पर निकलेंगे. इस दौरान वह 24 जुलाई को पूर्णिया, 25 जुलाई को कटिहार, 26 को किशनगंज और 27 जुलाई को अररिया में होंगे. जिलों में वह पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक भी करेंगे और संगठन की मजबूती पर चर्चा भी जाए. उमेश कुशवाहा 10 जनवरी को पार्टी का प्रदेश नेतृत्व संभालने के बाद कुछ खास नहीं कर पाए हैं. लगभग 2 से 3 महीने का समय कोरोना वायरस के दौर में निकल गया और अब अगर उनकी भूमिका में बदलाव की अटकलें लग रही हैं. ऐसे में उमेश कुशवाहा संगठन के लिए अपनी सक्रियता दिखाना चाहते हैं. देखना होगा कि उमेश कुशवाहा की अमानत किस कदर रंग लाती है. क्या वह अध्यक्ष पद पर बने रहते हैं या फिर ऊपर होने वाले बदलावों का असर उन तक पहुंच जाता है.